Jaipur: पुलिस में भर्ती होने वाले रंगरूट और अफसरों को उच्च क्वालिटी की ट्रेनिंग में गेस्ट फैकल्टी को दिए जाने वाला मानदेय आड़े आ रहा है. पुलिस ट्रेनिंग संस्थानों में गेस्ट फैकल्टी को आठ साल पहले तय मानदेय दिया जा रहा है, वहीं, ओटीएस और अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में तीन गुना तक ज्यादा मानदेय दिया जा रहा है.


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ऐसे में कम मानदेय के कारण पुलिस ट्रेनिंग संस्थानों को अच्छे अतिथि व्याख्याता अर्थात गेस्ट फैकल्टी नहीं मिल पा रहे हैं. इसका सीधा सीधा असर पर पुलिस ट्रेनिंग पर पड़ना लाजिमी है.


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राजस्थान में पुलिस अकादमी सहित सात प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर है. पुलिस में भर्ती होने के बाद इन सेंटर में अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग देकर काबिल बनाया जाता है. सभी प्रशिक्षण संस्थानों में प्रारंभिक प्रशिक्षण, पदोन्नति पाठ्यक्रम, रिफ्रेशर कोर्स, कमांडो कोर्स, ईआरटी कोर्स तथा अन्य स्पेशलाइजेशन कोर्स चलाए जाते हैं. अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग के लिए पुलिस में कार्यरत अधिकारियों, रिटायर्ड अधिकारियों के साथ ही दूसरी सेवा से रिटायर्ड अधिकारी या फिर वकील आदि को आउटसोर्स पर लिया जाता है. 


गेस्ट फैकल्टी के रूप में बुलाए जाने वाले इन व्यक्तियों को पढ़ाने के लिए मानदेय दिया जाता है. इन गेस्ट फैकल्टी को दिया जाने वाला मानदेय इतना कम है कि वो ट्रेनिंग के लिए आना मुनासिब ही नहीं समझते हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ आ भी जाते हैं तो बेरूख मन से व्याख्यान देते हैं. अधिकांश गेस्ट फैकल्टी दूसरे शहरों से या फिर विशेष कोर्स के लिए दिल्ली तक से बुलाए जाते हैं. ऐसे में मानदेय कम मिलता है तो वो आने से कतराते हैं. 


मुख्य बिंदु
- राजस्थान पुलिस के सभी प्रशिक्षण संस्थानों में आने वाले गेस्ट फैकल्टी के लिए वर्ष 2013 में मानदेय दरें निर्धारित की थी
- इसके अनुसार  किसी भी सरकारी विभाग में कार्यरत-रिटायर्ड रेसोर्स पर्सन्स को 45 मिनट के कालांश के लिए 500 रुपये 
- विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्टता, दक्षता प्राप्त, अनुभवी, एनपीए, एनएसजी, रिटायर प्रोफेसर, अन्य विशेषज्ञ को  45 मिनट के कालांश के लिए 750 रुपये निर्धारित किए थे
- वहीं दूसरी ओर हरिश्चंद्र माथुर प्रशिक्षण संस्थान, अन्य क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में ट्रेनिंग के लिए गेस्ट फैकल्टी को 31 अक्टूबर 2019 मानदेय तय किए थे
- इसके तहत हरिश्चंद्र माथुर प्रशिक्षण संस्थान में 1500 रुपये प्रति कालांश
- क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में एक हजार रुपये प्रति कालांश दिए जा रहे हैं.
- सरदार वल्लभ भाई पटेल अकादमी हैदराबाद में गेस्ट फैकल्टी को नॉन सर्विस एक्सपर्ट को प्रति सत्र 2000 रुपये
- एमीनेंट पर्सनस को 8000 रुपये प्रति सत्र दिए जा रहे हैं 
- इधर पुलिस मुख्यालय ने सरकार को भेजे प्रस्ताव में आरपीए में गेस्ट फैकल्टी को 1500 रुपये प्रति कालांश 
- प्रदेश के अन्य ट्रेनिंग संस्थानों में आमंत्रित को एक हजार रुपये मानदेय देने की मांग की है.