Chomu: राजधानी जयपुर के टाटियावास टोल प्लाजा पर बुधवार देर रात को नाकेबंदी कर रहे पुलिसकर्मी पर एक कार चालक ने कार चढ़ाने का प्रयास किया. गनीमत रही हेड कांस्टेबल कार के नीचे नहीं आया. हेड कांस्टेबल ने कार के वाइपर को पकड़कर बोनट पर चढ़ गया और अपनी जान बचाई. इधर ,चौमूं पुलिस दिनभर इस घटना को छुपाती रही. बाद में घटना का CCTV वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने घटना होने की बात स्वीकार की.


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अब इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ राजस्थान की विधानसभा में पुलिस की मांग पर बहस चल रही थी? दूसरी तरफ चौमूं इलाके में पुलिस कर्मी को एक कार चालक कुचलने का प्रयास कर रहा था. पुलिस पहले घटना से इंकार करती रही और बाद में घटना को स्वीकार करती हैं इससे पुलिस पर कई सवाल खड़े होते हैं. 


पुलिस ने कार चालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और गाड़ी को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया. इसके पीछे पुलिस की ऐसी कौन सी मजबूरी थी? इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस ने गाड़ी को बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया? उन्होंने कहा गंभीर मामलों में पुलिस की उदासीनता पर कई सवाल खड़े होते हैं.


आपको बता दें कि गनीमत रही पुलिसकर्मी कार के नीचे नहीं आया वरना बड़ा हादसा हो सकता था. हैड कांस्टेबल वाइपर पकड़कर कार के बोनट पर चढ़ गया. इस घटना में हेड कांस्टेबल के मामूली चोट आई है. पुलिसकर्मी अगर कार के वाइपर को न पकड़ता तो वह बोनट से नीचे गिर जाता और कार के नीचे आ जाता. ड्राइवर कुछ दूरी तक गाड़ी दौड़ाता रहा, और टोल प्लाजा पर लगे बैरियर तक पहुंच गया और गाड़ी रोक दी. जैसे ही गाड़ी रुकी ड्राइवर ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिसकर्मी ने उसे पकड़ लिया.