Health Tips: किचन में मिलने वाली इन 3 सफेद चीजों को कहे NO और पाये मौनी राय जैसा फिगर
Health Tips: क्या आप भी चाहते है मौनी जैसा स्लिम और टोन फिगर तो सबसे पहले कहें व्हाइट् फूड्स को नो. व्हाइट् फूड का मतलब सिर्फ सफेद रंग का खाना नहीं होता है, बल्कि यह बहुत ज़्यादा प्रोसेस्ड और रिफाइंड खाद्य पदार्थों को दिया गया नाम हैं.
Health Tips: टीवी की नागिन यानि मौनी राय को तो आप सभी जानते होंगे. मौनी राय अब केवल टेलीविजन पर ही नहीं बल्कि बल्कि बॉलीवुड की फिल्मों में भी नजर आने लगी है. मौनी राय अपने परफेक्ट फिगर के चलते अक्सर सुर्खियां बटोरती रहती है. क्या आप भी चाहते है मौनी जैसा स्लिम और टोन फिगर तो सबसे पहले कहें व्हाइट् फूड्स को नो. व्हाइट् फूड का मतलब सिर्फ सफेद रंग का खाना नहीं होता है, बल्कि यह बहुत ज़्यादा प्रोसेस्ड और रिफाइंड खाद्य पदार्थों को दिया गया नाम हैं. रिफाइंड खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर के लिए हानिकारक है क्योंकि प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में, यह अपना पोषण खो देते हैं और इसमें कोई कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट नहीं होते हैं.
इन व्हाइट् फूड्स में भी सबसे हानिकारक होता है रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट, जो ब्लड शुगर के स्तर को अचानक बढ़ा देता है और यह ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत खतनाक होता है. अगर आप भी वजन घटना चाहते है और रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेटआपके भोजन का हिस्सा है तो आपका वजन नहीं घट सकता है, क्योंकि यह दुनिया भर में मोटापे के प्रमुख कारणों में से एक है. आज आपको हम ऐसे व्हाइट फूड्स के बारे में बताने जा रहें है जो आपके किचन का जरुरी पार्ट है और अगर आपने इन्हें नो बोल दिया तो आप पा सकते है आपका ड्रीम फिगर.
शक्कर
अगर आप नए साल में ये ठान छूके है की आपको मोटापा कम करना है तो सबसे पहले अपने किचन में मौजूद शक्कर से आपको दूरी बनानी होगी. सफेद चीनी या रिफाइंड चीनी बस रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट है जो जीरो कैलोरी का सोर्स होती है. इसके अलावा चीनी का सेवन मोटापे, हृदय रोगों और डायबिटिज़ के प्रमुख कारणों में से एक है. शक़्कर वाले मीठे पेय पदार्थ दुनिया भर में मोटापे का प्रमुख कारण है. अगर आप मीठे के बहुत शौकीन है और शक्कर नहीं छोड़ सकते तो मीठे के विकल्प जैसे गुड़, शहद आदि से अपनी क्रेविंग्स को मिटा सकते हैं. इसके आलावा आप बिना शुगर कंटेंट का नेचरल शुगर वाला फ्रूट जूस लें सकते हैं.
मैदा (Maida)
मैदा आपके रसोई में अक्सर मौजूद रहता है.मैदा, रिफाइन्ड आटा या ऑल पर्पस वाले आटे जैसे नामों से भी जाना जाता है. हम इसे कई रूपों जैसे पिज्जा, डोनट्स, पास्ता, बर्गर, मोमोज आदि में सेवन करते हैं जो मैदे से बने होते है. यही सफेद आटा मोटापे और आंत की समाया का कारण बनता है. मैदा शरीर की दीवारों से चिपक जाता है और विभिन्न बीमारियों जैसे हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर आदि का कारण बनने लगता हैं.
आंत का गोंद
आंत का गोंद गेहूं को अत्यधिक प्रोसेस करके बनाया जाता है, जिससे गेहूं के सभी फाइबर और पोषण हट जाते हैं, सिर्फ कैलोरी को पीछे बच जाती है. प्रोसेसिंग के दौरान यह 10 विटामिन की जगह 3-4 विटामिन के साथ बनाया जाता है. सफेद आटे को 'आंत का गोंद' भी कहा जाता है क्योंकि यह आंतों से चिपक जाता है और सिस्टम को संकुचित करता है.
सफेद चावल (White Rice)
चावल हम भारतियों के मुख्य आहार में शामिल है. चावल मुख्यतौर पर कार्बोहाइड्रेट का बड़ा स्रोत है। इससे कई तरह के बेनिफिट्स भी मिलते हैं. चावल खाना तब तक सही है जब तक आप खाने में इसे संतुलित मात्रा में ,लेते हैं. आमतौर पर दुनिया भर में खाए जाने वाले चावल की सबसे आम किस्म सफेद चावल है. सफेद चावल मूल रूप से प्रोसेस्ड चावल है जिसे इसका फाइबर हटाने के लिए संसाधित किया जाता है.
अगर आप अपने किचेन की इन 3 सफेद चीजों को खाने में शमिल नहीं करते है तो यह आपके स्वास्त्य मके लिए बेहद लाभकारी हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है. प्रयोग से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें.)
यह भी पढ़ें - Women Health: प्रेगनेंसी बाद चाहती है अनुष्का शर्मा जैसी हेल्थी बॉडी तो,ये एक्सरसाइज होगी फायदेमंद