IAS Story: आईएएस की सफलता की कहीं कहानी लिखी जाती हैं. इन्हीं में से आज हम आपको उस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का किला रामपुर में उखाड़ फेंका था. इस आईएएस अधिकारी का नाम आंजनेय कुमार सिंह (IAS Anjaney Kumar Singh) है. 


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अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह साल 2005  बैच के सिक्किम कैडर के आईएएस हैं. वहीं, आंजनेय कुमार सिंह मऊ जिले के एक सामान्य परिवार के रहने वाले हैं, जिनका जन्म मऊ के सलाहाबाद गांव में हुआ था. आंजनेय कुमार सिंह के पिता मऊ के डीसीएस खंडेलवाल पीजी कॉलेज में एक टीचर थे.


12वीं में मिले 49 प्रतिशत अंक 
आईएएस अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि उनके 12वीं में 49 प्रतिशत अंक आए थे, जो पूरे परिवार के लिए काफी शर्मिंदगी भरे थे. उसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई इलाहाबाद विवि और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से की, जहां उनके काफी अच्छे नंबर आए. 


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IAS आंजनेय को लास्ट अटेम्प्ट में मिली सफलता 
IAS आंजनेय कुमार सिंह ने मॉस कम्युनिकेशन में पीजी किया और कुछ समय बाद उन्होंने जर्नलिज्म किया. वहीं, उसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की, जिस समय उनकी उम्र  26 साल थी. इस परीक्षा में कई बार वह असफल रहे, जिसके चलते वह निराश भी हुए. उन्होंने बताया कि उन्हें यूपीएससी के लास्ट अटेम्प्ट में सफलता मिली. 


बता दें कि IAS आंजनेय कुमार सिंह की एक रिपोर्ट पर ही आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधायकी चली गई. अब्‍दुल्‍ला ने 2017 में विधानसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. 


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