cyclone Mocha: IMD ने साइक्लोन मोचा को लेकर जारी किया अलर्ट, कही ये बड़ी बात
Cyclone Mocha: आईएमडी (IMD) ने साइक्लोन मोचा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. बताया जा रहा है कि तूफान के समुद्र पर 120 किमी/घंटे की गति से हवाएं चलने की संभावना है. यह भी जानकारी मिल रही है कि साइक्लोन 9 मई को एक डिप्रेशन में तब्दील होने और 10 मई को साइक्लोन मोचा (Cyclone Mocha) में बदलने की संभावना है.
Cyclone Mocha Effect: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) की ओर से बताया जा रहा है कि तूफान समेत समुद्र पर 120 किमी/घंटे की गति से हवाएं चलने की संभावना है. इस चक्रवात के 9 मई को एक डिप्रेशन में बदलने और 10 मई को चक्रवात मोचा (Cyclone Mocha) में बदलने की अशंका जताई जा रही है. यह 12 मई के आसपास बांग्लादेश और म्यांमार के तटों की ओर आगे बढ़ने की संभावना है.
पहले से ही छोटे समुद्री जहाजों और मछुआरों को अपने नाव से न निकलने के लिए एक चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग (Weather Department) ने भी आंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar) द्वीप समूह के निकट समुद्री गतिविधियों और शिपिंग को 8 मई से 12 मई तक विनियमित करने के लिए अधिकारियों से कहा.
मौसम विभाग (Weather Department) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी (Bay Of Bengal) के दक्षिण पूर्व में साइक्लोनिक सरकुलेशन के प्रभाव से 8 मई को क्षेत्र में एक लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है. समुद्र के उत्तर पूर्वी खंड और सम्पर्कीय दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बने तेज पतन वाले क्षेत्र से उत्पन्न एक निम्न दबाव क्षेत्र आज सुबह 5:30 बजे से अब उसी क्षेत्र में एक अच्छी तरह चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है. इसका अनुमान है कि यह आज शाम तक एक तूफानी तूफान में बदल जाएगा.
यह तूफान मध्य बंगाल और उत्तर अंडमान सागर के समीप उत्तर-पूर्व की ओर तेजी से आगे बढ़ता हुआ निकटवर्ती इलाकों में पहुंच सकता है और बंगाल के पश्चिम, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में 12 मई तक भारी बारिश की संभावना है. 8 मई को उत्तर-पूर्वी बंगाल समुद्र और सम्पर्कीय दक्षिण अंडमान सागर में संभवतः उग्र तटीय स्थितियों की उम्मीद है जो 9 मई से बहुत उग्र हो सकती है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने चेतावनी देते हुए, राज्य उच्च चौकस पर हैं और स्थानीय आपदा प्रतिक्रिया टीमें किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए तत्पर हैं.
ओडिशा में 18 जिलों में साइक्लोन मोका से संबंधित चेतावनी जारी की गई है. भुवनेश्वर के राज्य मौसम ब्यूरो ने ओडिशा के नौ जिलों के लिए एक पहले से ही अलर्ट जारी किया है, जो आसमानी बिजली और गरज के संभावित होने के बारे में चेतावनी देता है. भारी बारिश और गरज ओडिशा के कई जिलों में दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करेंगे, जिनमें बालासोर, भद्रक, जयपुर, केंद्रपड़ा, कटक और पुरी शामिल हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने देश के अन्य हिस्सों के लिए भी चेतावनी जारी की है.
साइक्लोन कैसे उत्पन्न होते हैं? (How does a cyclone occur)
‘साइक्लोन’ शब्द ग्रीक शब्द ‘साइक्लोस’ से उत्पन्न होता है, जो सांप की उल्टी गति से घूमने को दर्शाता है. साइक्लोन 26.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक समुद्री सतह के तापमान के बढ़ने से उत्पन्न होते हैं और आमतौर पर अत्यधिक हवाओं और भारी वर्षा के साथ आते हैं, जो तटीय क्षेत्रों में बाढ़ के साथ बड़े-से-बड़े विनाश की भी वजह बन सकते हैं.
साइक्लोनों का नामकरण (Naming of cyclones)
दुनिया भर में साइक्लोनों का नाम छः क्षेत्रीय विशेषज्ञ मौसम विज्ञान केंद्र (RSMCs) और पांच ट्रॉपिकल साइक्लोन चेतावनी केंद्र (TCWCs) द्वारा किया जाता है. मोका नाम यमन द्वारा सुझाया गया था, जो एक लाल सागर बंदरगाह शहर है, जिसे कहा जाता है कि यह दुनिया में 500 साल से अधिक पहले कॉफी को पेश कराया था.
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