Jaipur news: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आज से 6 वर्ष पहले देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स की सूची में आगे था. बात चाहे फ्लाइट संचालन की हो या यात्रीभार के लिहाज से सबसे व्यस्त एयरपोर्ट की, हर मायने में जयपुर एयरपोर्ट दूसरे एयरपोर्ट्स को टक्कर देता नजर आता था. लेकिन अब स्थितियां खराब हालत में हैं. जयपुर एयरपोर्ट अब लगातार पिछड़ता नजर आ रहा है. 


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जयपुर एयरपोर्ट देश का 11वां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट था
वित्त वर्ष 2017-18 यानी आज से करीब 6 वर्ष पूर्व जयपुर एयरपोर्ट का जैसे स्वर्णिम काल था. एयरपोर्ट पर लगातार फ्लाइट कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी हो रही थी और एयरपोर्ट पर नए-नए विकास कार्य भी किए जा रहे थे. यही वह समय था जब जयपुर एयरपोर्ट देश का 11वां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट था. यानी दिल्ली, मुम्बई, बेंगलूरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, कोचीन, अहमदाबाद, पुणे और गोवा के बाद जयपुर एयरपोर्ट 11वां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट था. 


सबसे आगे था एयरपोर्ट
फ्लाइट संचालन और यात्रीभार के लिहाज से जयपुर एयरपोर्ट गुवाहाटी, लखनऊ, त्रिवेंद्रम और भुवनेश्वर एयरपोर्ट से आगे था. लेकिन वर्तमान में हालात काफी कुछ बदल चुके हैं. अब जयपुर एयरपोर्ट फ्लाइट संचालन और यात्रीभार के लिहाज से पिछड़ चुका है. सबसे व्यस्त एयरपोर्ट की सूची में जयपुर एयरपोर्ट 13वें स्थान पर है। लखनऊ और गुवाहाटी एयरपोर्ट जयपुर से आगे निकल चुके हैं. जबकि अहमदाबाद और कोचीन जैसे एयरपोर्ट्स का जयपुर एयरपोर्ट से फासला काफी अधिक हो चुका है.



6 साल में 2 गुना पिछड़ गया जयपुर एयरपोर्ट !


- वित्त वर्ष 2017-18 और 2023-24 का अंतर


- वित्त वर्ष 2017-18 में जयपुर एयरपोर्ट से 42289 फ्लाइट संचालित


- यानी जयपुर एयरपोर्ट से रोज 58 फ्लाइट थी संचालित


- अहमदाबाद एयरपोर्ट से 63129 फ्लाइट हुई थी संचालित


- यानी अहमदाबाद से रोज औसतन 86 फ्लाइट थी संचालित


- जयपुर और अहमदाबाद में राेज 28 फ्लाइट का था अंतर


- अब जयपुर एयरपोर्ट से रोज औसतन 62 फ्लाइट चल रही


- वहीं अहमदाबाद से रोज औसतन 116 फ्लाइट संचालित


- जयपुर की तुलना में लगभग दोगुनी फ्लाइट हो रही संचालित


 


जो जयपुर से पीछे थे, वे अब आगे


- वर्ष 2017-18 में लखनऊ से 36413, गुवाहाटी से 41172 फ्लाइट


- यानी लखनऊ से रोज 50 फ्लाइट, गुवाहाटी से थी रोज 56 फ्लाइट


- यानी जयपुर की 42289 (रोज 58 फ्लाइट) से पीछे थे दोनों


- अब लखनऊ से रोज औसतन 64, गुवाहाटी से 64 फ्लाइट संचालित


- जबकि जयपुर एयरपोर्ट से रोज औसतन 62 फ्लाइट ही संचालित


अपेक्षाकृत रूप से विकास कार्य नहीं


दरअसल जयपुर एयरपोर्ट पर अपेक्षाकृत रूप से विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं. लखनऊ और गुवाहाटी एयरपोर्ट पर जहां नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही हैं. वहीं जयपुर एयरपोर्ट पर प्लानिंग के लिहाज से विकास कार्य नहीं किए जा रहे हैं. वर्ष 2017-18 में जयपुर एयरपोर्ट की बिल्डिंग को 6 गुना बड़ी बनाने की कार्य योजना बना ली गई थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्लोबल टेंडर भी किया था, लेकिन वह कार्य आगे नहीं बढ़ सके.



क्या विकास हुआ 2017-18 के बाद ?


- उस दौरान एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2300 फीट बढ़ाई गई


- एयरपोर्ट रनवे पर अत्याधुनिक कैट थ्री बी लाइटिंग सिस्टम लगाया गया


- रनवे के समानांतर टैक्सी ट्रैक कार्य शुरू किया गया


- एयरपोर्ट बिल्डिंग को 1.25 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में बढ़ाने की योजना बनी


- 2 नई बिल्डिंग में 4 नए एयरोब्रिज निर्माण करने की थी योजना


- नई एक्सबिस मशीन, चैक इन काउंटर बढ़ाने की थी योजना


- लेकिन निजीकरण के चलते बिल्डिंग एक्सपेंशन का प्रोजेक्ट अटका


- अब निजी समूह भी बिल्डिंग विस्तार के कार्यों में रुचि नहीं ले रहा


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