Jaipur Crime News: जयपुर के जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र के एक  क्लब पर फायरिंग करने वाले बदमाश प्रदीप शुक्ला, ऋषभ और भूपेन्द्र पुलिस की गिरफ्त में आ चुके है. वारदात में एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है. मंगलवार सुबह जब जयपुर पुलिस बदमाशों को आगरा से जयपुर लेकर पहुंची तो बीच रास्ते में इन बदमाशों ने शौच के बहाने पुलिस टीम का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस की टीम ने इन बदमाशों के पैरों पर गोली चलाई. इस दौरान फायरिंग में तीनों घायल हो गए. तीनों घायल बदमाशों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में शिफ्ट किया गया है. जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है. 


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-बदमाशों ने सोशल मीडिया पर पुलिस को दी खुली चुनौती
-जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र में जी क्लब में हुई फायरिंग में शामिल 3 बदमाशों को किया गया गिरफ्तार

-3 आरोपियों को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से किया गया गिरफ्तार
-बदमाशों ने सोशल मीडिया पर पुलिस को दी खुली चुनौती
-सोशल मीडिया पर राजस्थान पुलिस को खुली चुनौती देते हुए एक पोस्ट हुआ वायरल
-रितिक बॉक्सर के अकाउंट से डाली गई पोस्ट
-जयपुर पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद आया है ये पोस्ट
-लिखा " ॐ , हम भी चाहते तो क्लब में किसी को गोली मार सकते थे, चलो जंग की नई शुरुआत गोली मारने से ही करेंगे , जय श्रीराम , जय भारत, सलाम शहीदा नू 


 जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र में  बदमाशों  ने फायरिंग की


जयपुर के जवाहर सर्किल थाना क्षेत्र में 28 जनवरी की रात करीब बजे जी क्लब पर तीन बदमाशों द्वारा क्लब गेट पर खड़े होकर क्लब पर कई राउन्ड फायरिंग की. इससे पहले क्लब के मालिकों को 8 जनवरी को उनके मोबाईल पर व्हाट्सएप कॉल आया था. इस कॉल को करने वाले शख्स ने खुद को रोहित गोदारा बताया था और और 5 करोड़ की रंगदारी मांगी रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी.  इसके बाद क्लब मालिक अक्षय गुरनानी के पास इन्टरनेट कॉल आया जिसमे कॉल करने वाले ने अपना नाम लॉरेन्स विश्नोई बताया और रंगदारी की मांग की. 28 जनवरी को जी क्लब में हुई फायरिंग के बाद एक चिट्टी मिली जिसमे सिर्फ एक समाचार था 1 करोड़ नहीं दिए तो जान से मारेंगे. इसके बाद जयपुर पुलिस ने रितिक बॉक्सर ,अनमोल बिश्नोई और लॉरेंस विश्नोई गैंग के अन्य सदस्यों पर मुकदमा दर्ज किया गया. 


फायरिंग कर रंगदारी का मामला


जयपुर में इस तरह फायरिंग कर रंगदारी का मामला सामने आने के बाद जयपुर पुलिस के अधिकारियों ने विशेष टीमों का गठन किया. जयपुर पुलिस कमिशनरेट की सीएसटी और जिलों की डीएसटी, तकनीकी टीम और कमिशनरेट की साइबर टीम, जिलों की साईबर टीम को एक्टिव किया गया. घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरों से साक्ष्य जुटाने हेतु अलग से टीम गठित की गई. वारदात की रितिक बॉक्सर द्वारा फेसबुक, इन्स्टाग्राम पर पोस्ट डालकर घटना की जिम्मेदारी लेने पर रितिक बॉक्सर के सहयोगी अपराधियों पर फोकस किया गया. इन अपराधियों से जुड़े हुए अपराधियों में जयपुर के अलावा बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, हरियाणा और  पंजाब से जानकारी ली गई.


ठिकाने पर दबिश देकर किया गिरफ्तार



रितिक बॉक्सर की फेसबुक पर की गई पोस्ट के आधार पर साइबर एनालिसिस, तकनीकी विश्लेषण के आधार पर इससे जुड़े हुए अपराधियों के नेटवर्क में पुलिस द्वारा घुसपैठ की गई. साइबर एनालिसिस के द्वारा यह स्पष्ट हुआ कि यह अपराधी फर्जी सिम व मोबाईल का उपयोग कर वीपीएन नेटवर्क यूज कर अपनी लोकेशन को हाइड करते हुए शहर के व्यापारियों को धमकी दे रहे थे. अपराधियों के सम्पर्क जेल में बंद कैदियों से भी पाये गये है.


इस कड़ी में बीकानेर पुलिस द्वारा इन अपराधियों के उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में जैतपुरा थाना क्षेत्र में अपराधियों के छुपे होने की सूचना मिलने पर आगरा पुलिस से सम्पर्क किया गया और जयपुर पुलिस कमिशनरेट की सीएसटी टीमों को आगरा रवाना किया गया. आगरा पुलिस की मदद से अपराध में शामिल अपराधी ऋषभ उर्फ यश, प्रदीप शुक्ला और एक बाल अपचारी निवासी बीकानेर को हिरासत में लिया गया. घटना में शामिल चौथे अपराधी भूपेन्द्र गुर्जर के ठिकाने पर दबिश देने पर हथियारों के साथ पकड़े जाने पर आगरा पुलिस द्वारा इस अपराधी को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया है.


बदमाशों ने एक साथ पुलिस जाब्ते पर हमला किया



जब जयपुर पुलिस इन बदमाशों को जयपुर लेकर पहुंची तो सुबह करीब साढ़े सात बजे खोह नागोरियान थाना क्षेत्र में हिरासत में लिए गए बदमाश ऋषभ उर्फ यश ने शौच जाने के लिये पुलिस वाहन को रुकवाया. इसी  समय अन्य दोनों बदमाशों ने भी शौच जाने की बात कही. जब पुलिस जाब्ता उन्हें साथ लेकर सड़क के किनारे शौच के लिए लेकर जा रहे थे उसी समय तीनों बदमाशों ने एक साथ अचानक पुलिस जाब्ते पर हमला कर दिया. तीनों ने गनमैन सन्नी जांगिड़ से हाथापाई कर उसके साथ से ऋषभ ने पिस्टल छीन ली और पुलिस जाब्ते पर फायर करते हुये मौके से भागने लगे जिस पर पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की.


पुलिस ने चलाई गोली


आत्मरक्षा के लिये तीनों आरोपियों को रुकने और समर्पण की चेतावनी दी गई लेकिन चेतावनी को कोई असर नहीं होने पर एक हवाई फायर किया लेकिन बदमाश लगातार हमला कर भागने लगे तो पुलिस की तरफ से सुरक्षात्मक ढंग से दो कारगर फायर किये गये जिनमें से एक रिषभ के बाएं पैर पर लगा दूसरा प्रदीप शुक्ला के दाहिने पैर पर लगा. गुथमगुथा और पिस्टल छुड़ाने के प्रयास में एक गोली बाल अपचारी के बायें पैर पर लगी. जिसके बाद तीनों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल ट्रामा सेंटर मे भर्ती कराया गया जहां तीनों का इलाज जारी है. 


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पूरे मामले में शुरुआती पूछताछ में ये बात सामने आई है कि आरोपी रिषभ रजवार और बाल अपचारी बीकानेर से 27 जनवरी को रवाना होकर जयपुर आये जयपुर में बदमाश प्रदीप शुक्ला और भूपेंद्र गुर्जर मानसरोवर के ईलाके में एक होटल में इनकी मुलाकात हुई. घटना से पूर्व क्लब की रैकी कर 28 जनवरी को घटना को अंजाम दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम में अभी मुख्य बदमाश जिनके इशारे पर इस फायरिंग कांड को अंजाम दिया गया उनकी तलाश जारी है, जयपुर पुलिस के लिए इस तरह जयपुर में बढ़ते हुए रंगदारी के मामले और संगठित गिरोह बड़ी चुनौती बनते जा रहे है, चिंता की बात ये भी है कि बहुत छोटी उम्र में भी युवा इन बदमाशों से जुड़ रहे है और बाल अपचारी बन समाज के लिए संकट बन रहे है. जयपुर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद बदमाशों ने सोशल मीडिया पर पुलिस को खुली चुनौती देते हुए एक पोस्ट भी शेयर किया है जिसे लेकर पुलिस की अलग अलग टीमें जांच कर रही है.