Rajasthan News: राजधानी जयपुर के ब्रह्मपुरी थाना इलाके से हुए इंजीनियरिंग छात्र के अपहरण की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अपहृत छात्र अनुज को सकुशल मुक्त करा अपहरण की वारदात में शामिल 1 महिला सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी विरेंद्र सिंह, विनोद, अमित कुमार, जितेंद्र भंडारी और जमुना सरकार है. 


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नाहरगढ़ पहाड़ी से युवक का अपहरण


मामले का खुलासा करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि बीती 18 अगस्त को अनुज अपने साथी के साथ नाहरगढ़ पहाड़ी पर घूमने गया था. इस दौरान वहां मौजूद कुछ युवकों ने अनुज और उसके साथी को देखा. युवकों ने अनुज को अच्छे कपड़े पहने देखकर संपन्न परिवार से समझा और उसके मुंह पर टेप लगाकर हाथ—पांव बांधकर अपहरण कर अपने साथ गाड़ी में ले गए. वहीं, उसके साथी सोनी सिंह के साथ मारपीट पर रास्ते में पटक कर चले गए. अनुज के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज करवाया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने सोनी सिंह से पूछताछ कर पहाड़ी पर ड्रोन से सर्च भी किया. पुलिस ने किसी विवाद के चलते अपहरण की आशंका जाहिर की और पुलिस की कई टीम ऑपरेशन में जुटी रही. 


परिवार से मांगी 20 लाख फिरौती


पुलिस अनुज को तलाश रही थी कि तभी अपहरणकर्ताओं ने अनुज के मोबाइल फोन से ही अनुज के परिवार से संपर्क कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी. परिवार ने खुद के पास इतने पैसे होने से इनकार किया और पैसे जुटाने के लिए वक्त मांगा. इस दौरान पुलिस ने ऑपरेशन चेकमेट की शुरुआत की और फोन नंबर को ट्रेस कर अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुटी रही, लेकिन अपहरणकर्ता पुलिस को छकाने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदलते रहे. अंत में उन्होंने पैसे लेकर कालका–शिमला एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी डिब्बे में बैठने को कहा. पुलिस टीमों ने योजना के तहत ट्रेन के रूट पर टीमों को तैनात रखा और जैसे ही अपहरणकर्ताओं ने धर्मपुर रेलवे स्टेशन के पास पैसों का बैग फेंकने को कहा, वहां खड़े पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी को दबोच लिया. आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने एक अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया. 


सॉफ्टवेयर इंजीनियर विरेंद्र सिंह निकला मास्टरमाइंड


पुलिस की मानें तो वारदात का मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर विरेंद्र सिंह है. वीरेंद्र सिंह पूर्व में व्यापार भी किया करता था और व्यापार में उसे काफी नुकसान हो गया, जिसकी भरपाई के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की पूरी साजिश रची. फिलहाल, पुलिस प्रकरण में फरार चल रहे एक अन्य आरोपी की तलाश में जुटी है.


हिमाचल में युवक को बंधक बनाकर रखा


पीड़ित इंजीनियरिंग छात्र अनुज ने बताया कि बदमाशों ने नाहरगढ़ से उसका अपहरण करने के बाद उसे कुछ नशीली दवा पिलाई. इसके बाद उसे होश नहीं रहा. जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक कमरे में बंद पाया और हिमाचल के किसी शहर में उसको बंधक बनाकर रखा गया. कमरे में उसे हर वक्त तीन लोगों के पहरे में रखा जाता और यदि वह शोर मचाता तो उसका मुंह बंद कर व गला घोट कर मारने की धमकी दी जाती. 


आरोपियों से पूछताछ में जुटी पुलिस


जयपुर पुलिस के बेहतर कोआर्डिनेशन के चलते जल्द पुलिस बदमाशों तक पहुंची और अनुज को उनके चंगुल से सकुशल मुक्त करवाया गया. ऑपरेशन चेकमेट के दौरान जयपुर पुलिस ने खाटू श्यामजी थाना पुलिस के साथ मेले में चेन स्नेचिंग करने वाले गिरोह की जानकारी भी साझा की, जिस पर गिरोह को दबोचा गया. इसके साथ ही देहरादून SOG को जयपुर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिसके आधार पर पश्चिम बंगाल से एक अपहृत युवक को देहरादून SOG द्वारा मुक्त करवाया गया. फिलहाल, जयपुर पुलिस द्वारा अपहरण के प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है. 


रिपोर्टर- विनय पंत


 


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