जयपुर: जलभवन में धरना- प्रदर्शन पर बैठे हजारों कर्मचारियों ने अचानक सीएम आवास की तरफ कूच किया तो पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. सीएम आवास की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेट्स लगा दिए और वाहनों की आवाजाही रोक दी. दूसरी तरफ जल भवन के बाहर भारी पुलिस जाप्ते को तैनात किया गया. जलदाय कर्मचारियों और पुलिस प्रशासन के बीच तीखी नोख-जोख के बीच जलदायकर्मी आगे बढ़ने लगे, लेकिन पुलिस के भारी जाप्ते ने कर्मचारियों को रोक लिया.समझाईश के बाद प्रतिनिधि मंडल को एसीएस सुधांश पंत से मुलाकात करवाने लेकर पहुंचे.


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लेकिन कर्मचारियों के गुस्से के बाद राजभवन चौराहा, सिविल लाइंस फाइक और अजमेर पुलिस से सीएम आवास की तरफ आने वाले रास्तों पर बैरिकेटिंग लगाकर ब्लॉक कर दिया. इतना ही नहीं जलभवन के बाहर वॉटर केनन को भी बुलाया गया था.पूरे मामले को लेकर चीफ इंजीनियर प्रशासन राकेश लुहाडिया का कहना था कि मेरे संज्ञान में कई बार मामला आ चुका है.पूरी बात सरकार तक पहुंचा दी है.मेरे स्तर की जो मांगे है उसे पूरा किया गया है,बाकी मांगे सरकार को भेजी है.


ये हैं प्रमुख मांगे
जलदाय विभाग मे नई भर्ती,पदौन्नति,वेतन विसंगतियों, कार्यप्रभारित कर्मचारियों का सविलीकरण सहित अन्य मांगों का काफी लम्बे समय से निराकरण नहीं होने के विरोध प्रदर्शन किया. समिति के संयोजक कुलदीप यादव,महासचिव राजेश पारीक, सह संयोजक संजय सिंह शेखावत ने बताया कि पूर्व में भी इन मांगों को लेकर जलदाय मंत्री डॉ.महेश जोशी,एसीएस सुंधाश पंत को ज्ञापन दिया गया था,ज्ञापन के दौरान एसीएस सुंधाश पंत ने मुख्य अभियंता प्रशासन राकेश लुहाडिया को फोन पर निर्देशित कर समन्वय समिति के साथ वार्ता कर शीघ्र ही समस्याओं का निराकरण के निर्देश दिये थे,


लेकिन एसीएस के निर्देश के बाद भी मुख्य अभियंता प्रशासन द्वारा आज तक समन्वय समिति के साथ न तो मिटींग की गई और न ही समस्याओं का निराकरण किया गया जिससे कर्मचारियों मे आक्रोश है.


Report- Ashish Chauhan