Jaipur Greater Nigam : नगर निगम ग्रेटर के बाद आज नगर निगम हैरिटेज का एलएसजी सेकेट्री महेशचंद्र शर्मा ने निगम हैरिटेज के अफसरों के साथ निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान भले ही एलएसजी सेकेट्री और उनके काफिले के सडक पर कचरा दिखने के बाद ब्रेक नहीं लगे हो लेकिन मुख्य सडकों पर विचरण कर रहे आवारा पशुओं ने जरूर उनके काफिले के ब्रेक लगवा दिए.


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जगह-जगह सीवरेज चैंबर से उफनता गंदा पानी, सडक पर विचरण करते गौवंश, नाले का निकला हुआ मलबा और कचरे के ढेर. कुछ इसी तरह की तस्वीर 32 किलोमीटर घूमने के दौरान आज एलएसजी सेकेट्री महेशचंद शर्मा , डीएलबी डायरेक्टर ह्देश शर्मा को अपने निरीक्षण के दौरान दिखी. नगर निगम ग्रेटर के बाद आज नगर निगम हैरिटेज की तंग गलियों से लेकर मुख्य सडक पर एलएसजी सेकेट्री महेशचंद शर्मा, डीएलबी डायरेक्टर ह्देश शर्मा और नगर निगम के अफसरों का काफिला दौडता रहा. 22 गोदाम से लेकर चारदीवारी क्षेत्र, जलमहल, रामगंज, आदर्श नगर क्षेत्र के अलग अलग हिस्सों में अफसरों ने सफाई व्यवस्था को देखा. हालांकि इस दौरान 32 किलोमीटर के सफर में एलएसजी सेकेट्री और डीएलबी डायरेक्टर अपनी गाडी से छह स्पॉट पर उतरे और निगम के अफसरों से बहते सीवरेज के पानी और सडक के किनारे लगे कचरे का ढेर देखकर पूछा क्या यहां सफाई होती भी या नहीं?. क्या हाल बना रखा है हैरिटेज को देखने के लिए देश-दुनिया से पर्यटक आते हैं.


रामगढ मोड पर अफसरों के काफिले को नाले से निकलता हुआ मलबा दिखाई दिया. जलमहल के पास इंदिरा रसोई के आगे शर्मा ने गाडी रोककर व्यवस्थाओं को देखा. कितने लोग खाना खाने आते हैं यहां प्रतिदिन पूछा. जिसका जवाब था 500 से ज्यादा लोग सुबह-शाम खाना खाने आते हैं. उसके बाद आदर्श नगर में सडक पर हो रहे जलभराव को लेकर अफसरों से पूछा ये क्या हैं. इसकी निकासी क्यों नहीं हो रही हैं. इस पर निगम के अफसरों का जवाब मिला की शाम तक क्लीयर करवा दिया जाएगा. इतना ही नहीं कुछ जगह पर अफसरों के इस काफिले को सडक पर विचरण करते हुए पशुओं ने भी रोक दिया.


स्वायत्त शासन सचिव महेश शर्मा ने हैरिटेज क्षेत्र में सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नजर नहीं आए. उन्होने कहा की जिस तरह से सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद होनी चाहिए थी वो धरातल पर नजर नहीं आ रही हैं. बहुत सुधार की जरूरत हैं. वॉल सिटी की खूबसूरती को देखने के लिए देश-दुनिया से लोग आते हैं. यदि वेलकम कचरे और सीवरेज के बहते पानी से होगा तो मैसेज गलत जाएगा. जलभराव होगा तो सडकें भी जल्दी टूट जाएगी. इसलिए काम करने की निगम के अफसरों को बहुत जरूरत हैं.


शर्मा ने कहा की हैरिटेज क्षेत्र कन्जेस्टेड ईलाका हैं इसलिए सफाई को लेकर चुनौतियां बहुत हैं. जगह-जगह ड्रेनेज चौक हो रही हैं. सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सडक पर बह रहा हैं. इसमें निगम के अफसरों को फील्ड में उतरना होगा. तभी सुधार हो सकता हैं. आयुक्त नगर निगम हैरिटेज राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा की अगले 15 दिन में फील्ड में जो कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा. स्वच्छता सर्वेक्षण के वार्ड प्रभारी फील्ड में रहेंगे. गौरतलब हैं की एलएसजी सेकेट्री महेशचंद शर्मा , डीएलबी डायरेक्टर ह्देश शर्मा ने चौमूं सर्किल, अजमेरी गेट, चौडा रास्ता, मणिहारों का रास्ता, बाबा हरीशचंद्र मार्ग, नाहरगढ रोड, गैरोट रोड, जलमहल के सामने, चारदरवाजा, रामगंज और आदर्श नगर का दौरा किया.


बहरहाल, कहने को जयपुर स्मार्ट सिटी है. मगर हर तरफ से एक ही सवाल उठने लगा है कि शहर स्मार्ट कब होगा. अपने शहर की गंदगी का, हाल देख लोग हैरान होते हैं. क्या यही स्वच्छता होती है? ये ही है, स्वच्छ अभियान. जरा हुक्मरानों निकलो और देखो सड़कों पर, हर चौराहा बन गया जैसे कूड़ेदान. स्मार्ट सिटी कहते हैं इसको, कुछ तो स्मार्ट काम करो. जयपुर की जनता कब तक झूठ सुनेगी?


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