जयपुर लिटरेचर फेस्टिवलः  राजधानी जयपुर में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. इस फेस्टिवल में देश ही नहीं विदेश के भी विद्यार्थी भाग ले रहे हैं. लिटरेचर फेस्टिवल में आए विद्यार्थियों से हुई बातचीत में उन्होंने बताया ऐसे कार्यक्रम आयोजित होने से भारतीय साहित्य कला एवं संस्कृति को नजदीक से देखने का मौका मिलता है. भारत के इतिहास का क्या महत्व है, इस को करीब से साहित्य सम्मेलन के दौरान देखा जा सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आज की युवा पीढ़ी है उसको मालूम होना चाहिए कि भारत का इतिहास और महत्व था क्या है. जो भी लेखक यहां पर आए हैं और जिन्होंने अपनी किताब की प्रदर्शनी लगाई है. उससे हम सब को यहां पर सीखने को मिल रहा है। किताब के अलावा भारतीय कला एवं संस्कृति को दिखाया गया है, जो कि बड़ा ही खूबसूरत है. 



इसी के साथ स्टूडेंट ने कहा कि उन्हें कला में रूचि है, इसी को लेकर के वह यहां पर आए हैं और यहां पर बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. ऐसे साहित्य सम्मेलन देश में एक बार ही नहीं कई बार लगाने चाहिए. जिससे विद्यार्थियों को कुछ सीखने को मिले और वह भारत की कला साहित्य और संस्कृति को बचाने में अपना अहम योगदान दें, आपको बता दें कि इस आयोजन को लेकर कई दिनों से तैयारी चल रही थी. इस कार्यक्रम में देश और दुनिया के तमाम लोग हिस्सा लेने जयपुर आ रहे हैं. इस बार की कार्यकम की थीम भी काफी खास है. 


 


ये भी पढ़ें-  Sachin Pilot VS CM Ashok Gehlot: सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच कोल्ड वॉर, झुंझुनूं पहुंची मंत्री ममता भूपेश ने आखिर क्यों किया किनारा?