Jaipur : यह घटनाक्रम हवाई सेवाओं की उस संवेदनशील सेवा से जुड़ा हुआ है, जहां एक-एक कदम एयर ट्रैफिक कंट्रोल के निर्देशों के मुताबिक लिया जाता है. लेकिन एयर इंडिया के एक कैप्टन पर आरोप है कि उसने कंट्रोलर के निर्देशों को इग्नोर करते हुए खुद ही विमान को गलत टैक्सी वे पर ले लिया. क्या है पूरा मामला, देखिए, यह रिपोर्ट-


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1 नवंबर 2023 के एक घटनाक्रम की डीजीसीए यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को शिकायत की गई है. मामला एयर इंडिया की फ्लाइट से जुड़ा बताया जा रहा है, जहां विमान के कैप्टन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के निर्देशों की अवहेलना करते हुए गलत टर्न पर विमान को ले लिया. ऐसी स्थिति में दो विमानों में टक्कर जैसी घटना भी हो सकती थी. हालांकि गनीगत रही कि ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ. यह मामला एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-146 का है, जो कि लंदन से गोवा एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी. गोवा एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान जब विमान रनवे पर टच डाउन कर रहा था और टैक्सी वे से होकर एप्रन में जाने वाला था, तब उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल के निर्देशों की अवहेलना करते हुए गलत टर्न ले लिया. एप्रन तक पहुंचने के लिए पायलट ने शॉर्टकट लिया और गलत टैक्सी वे का उपयोग कर एप्रन में जा पहुंचा.


जानिए, क्या है पूरा घटनाक्रम


  • एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-146 लंदन से आई गोवा

  • लंदन से 31 अक्टूबर को स्थानीय समय शाम 8:21 बजे रवाना हुई.

  • गोवा एयरपोर्ट पर 1 नवंबर को सुबह 10:40 बजे विमान ने रनवे टच डाउन किया

  • यह फ्लाइट बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान VT-ANQ के जरिए संचालित हो रही थी

  • सुबह 10:40 बजे लैंडिंग के बाद पायलट ने गलत टर्न लिया

  • आरोप यह कि पायलट को A-2 टैक्सीवे से मुड़ने के लिए कहा गया

  • लेकिन पायलट ने उससे पहले ही A-3 टैक्सीवे पर टर्न कर लिया था

  • इस पूरे मामले में कैप्टन ऋषि कुमार शर्मा की गलती बताई जा रही

  • इसे लेकर डीजीसीए को लिखित में शिकायत की गई है

  • डीजीसीए के स्तर से जांच के बाद ही मामले की सही तस्वीर सामने आ सकेगी


बड़ी बात यह है, कि 1 नवंबर की सुबह गोवा के मोपा स्थित इस एयरपोर्ट पर कोई हादसा नहीं हुआ. हालांकि यह घटना एयर ट्रैफिक कंट्रोल की मॉनिटरिंग और एयरपोर्ट प्रशासन की सतर्कता पर भी सवाल खड़े करती है. दरअसल एयरपोर्ट ऐसी संवेदनशील जगह होती है, जहां के चप्पे-चप्पे की प्रत्येक गतिविधि की मॉनिटरिंग की जाती है. इस मामले में पायलट के गलत टर्न लेने से यदि सामने की तरफ से भी विमान आ रहा होता तो हादसा हो सकता था. लिखित शिकायत के आधार पर डीजीसीए की जांच से ही यह साफ हो सकेगा कि इस मामले में वास्तव में गलती विमान के कैप्टन की रही थी या कोई और कारण थे. हालांकि शिकायत में कैप्टन ऋषि कुमार शर्मा को रेगुलर डिफॉल्टर बताया गया है. देखना होगा कि इस पूरे मामले में डीजीसीए की जांच क्या मोड़ लेती है.


Reporter- Kashiram Choudhary