बस्सी: `उड़ता पंजाब` फिल्म की तरह बना उड़ता जयपुर, युवाओं की नसों में खून की जगह दौड़ा रहा नशा
जयपुर में शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्रों तक युवा नशे की लत में जकड़ते जा रहे हैं. शहर से सटे कानोता क्षेत्र में नशे के लिए इंजेक्शन और दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है.
Bassi, Jaipur News: राजस्थान के जयपुर शहर से सटे कानोता क्षेत्र में नशे के लिए इंजेक्शन और दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. आसानी से बाजार में उपलब्ध यह नशा युवाओं को आगोश में ले रहा है. ऐसे में कई जगह खाली भूखंडों और नालों के आस-पास की जगहों को यह युवा अपना ठिकाना बना रहे हैं. नशे की ओवरडोज से कई लोग जान भी गवां चुके हैं. इसके बाद भी जिम्मेदार नशाखोरी पर अंकुश लगाने में नाकाम हैं. ऐसे में नशा परोस रही दुकानों पर कार्रवाई हो तो युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकता है.
प्रदेश के जयपुर में शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्रों तक युवा नशे की लत में जकड़ते जा रहे हैं. शहर से सटे कानोता क्षेत्र में नशे के लिए इंजेक्शन और दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. आसानी से बाजार में उपलब्ध यह नशा युवाओं को आगोश में ले रहा है. ऐसे में कई जगह खाली भूखंडों और नालों के आस-पास की जगहों को यह युवा अपना ठिकाना बना रहे हैं. नशे की ओवरडोज से कई लोग जान भी गवां चुके हैं. इसके बाद भी जिम्मेदार नशाखोरी पर अंकुश लगाने में नाकाम है, ऐसे में नशा परोस रही दुकानों पर कार्रवाई हो तो युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकता है.
जिले में शहरों से ग्रामीण क्षेत्रों तक युवा नशे की लत में जकड़ गए हैं. शहर से सटे कानोता क्षेत्र में नशे के लिए इंजेक्शन और दवाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. आसानी से बाजार में उपलब्ध यह नशा युवाओं को आगोश में ले रहा है.
ऐसे में कई जगह खाली भूखंडों और नालों के आस-पास की जगहों को यह युवा अपना ठिकाना बना रहे हैं. नशे की ओवरडोज से कई लोग जान भी गवां चुके हैं. इसके बाद भी जिम्मेदार नशाखोरी पर अंकुश लगाने में नाकाम है. ऐसे में नशा परोस रही दुकानों पर कार्रवाई हो तो युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सकता है. गौरतलब है कि पिछले दिनों कि दवा दुकानों पर कार्रवाई की गई थी.
मौत का कारण
यहां खंडहर पड़े मकानों व सुनसान इलाकों में युवा इंजेक्शन से नशा करते रहते हैं. जहां नशे के इंजेक्शन की दर्जनों वायल (शीशी) व सीरिंज पड़ी आसानी से मिल जाती हैं. इन जगह नशेड़ी किसी भी समय पहुंचकर नशा करते हैं. बगराना इलाके में पिछले कुछ माह में चार शव मिले चुके है, जिनके आस-पास कुछ इंजेक्शन व खाली शीशियां भी पड़ी मिली थी. पुलिस ने भी उनकी मौत का कारण अधिक नशा करना ही माना है.
यहां मिले इंजेक्शन व वॉयल
कानोता मुख्य बाजार स्थित खादी भंडार वाली गली में कई माह से खाली मकान की छत, रघुनाथपुरा की ढाणी स्थित सुनसान प्लाट, नायला रोड रिको स्थित एक नंबर रोड, डेयरी योजना के पास खंडहर मकान में और बगराना स्थित कच्ची बस्ती एवं 52 फिट हनुमान मंदिर के आसपास बने नाले में नशे के लिए वॉयल और दर्जनों खाली इंजेक्शन पड़े नजर आते हैं. आसानी से उपलब्ध यह नशा युवाओं को उनकी जान का दुश्मन बना रहा है.
नशे की लत से बने बेरोजगार
नशेड़ी बन चुके युवा लड़ाई-झगड़े, चोरी-डकैती, लूटपाट करने के लिए कर रहे हैं. पकड़े गए अनेक युवा नशा करने के लिए गाड़ियों की चोरी, मोबाइल छीना झपटी, चेन स्नेचिंग जैसे काम करते हैं, जिससे कानोता थाना क्षेत्र में वारदातों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है.
पिछले दिनों में कानोता थाना क्षेत्र में नशीली दवाईयों के अत्यधिक उपयोग के बाद में मिले शव
08 मई 52 फिट हनुमान मंदिर के पास नाले में मिला शव
16 जुलाई बगराना रिंगरोड के पास नाले में शव मिला
14 अगस्त लखेसरा श्मशान घाट के पास शव मिला
21 सितम्बर लखेसरा रोड पर खाली प्लाट में शव मिला
समय रहते अब पुलिस और प्रशाशन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. नही तो ये आंकडे बढ़ते ही नजर जाएंगे. साथ ही अपराधों में भी व्रद्धि होती नजर आएगी.
Reporter- Amit Yadav