Jaipur News:राजस्थान में आज किसानों को सौर ऊर्जा उपकरणों से सिंचाई के लिए आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ी पहल की गई.राजस्थान के 50 हजार किसानों को सौर ऊर्जा चालित पंप के स्वीकृति पत्र जारी किए गए.लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले किसानों को बड़े स्तर पर यह सौगात दी गई.राज्य स्तरीय कार्यक्रम दुर्गापुरा स्थित कृषि प्रबंध संस्थान में आयोजित हुआ.


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प्रधानमंत्री कुसुम सौर पंप संयंत्र योजना के तहत किसानों को सौर पंप लगाने के लिए आज प्रदेश में 50 हजार स्वीकृति पत्र जारी किए गए.जयपुर के दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंध संस्थान सभागार में स्वीकृति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया.समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रहे.मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रतीक स्वरूप 10 किसानों को स्वीकृति पत्र वितरित किए.समारोह में करीब 500 किसान आमंत्रित किए गए थे.


हालांकि प्रदेशभर में करीब 50 हजार किसान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालयों से और अटल सेवा केन्द्रों से जुड़े हुए थे.इस मौके पर सीएम भजनलाल शर्मा ने किसानों से वर्चुअली बात भी की.सीएम ने सादुलशहर के किसान से सोलर पंप के साथ ड्रिप इरिगेशन की जानकारी ली.



करणपुर के किसान ने 7.5 HP के सोलर पंप मिलने पर खुशी जताई, उसने बताया कि इस योजना में उसे 2 लाख 38 हजार रुपए का अनुदान मिला है.जबकि डिग्गी बनाने में 3 लाख का अनुदान मिला था.बाड़मेर के लुंबाराम, भरतपुर के नौगावां के जगन्नाथ से भी बात की.जगन्नाथ ने जब बताया कि वह जैविक खेती करते हैं तो सीएम ने जैविक खाद से खेती करने की सराहना की.


पीएम कुसुम योजना की बड़ी बातें
- 50 हजार से अधिक किसानों को सोलर पंप के लिए स्वीकृति पत्र दिए


-किसानों को खेतों में सोलर पम्प लगाने पर 60 प्रतिशत राशि का अनुदान
- एससी-एसटी किसानों को राज्य मद से 45 हजार का अतिरिक्त अनुदान


- सोलर पम्प के लिए 50 हजार किसानों को स्वीकृतियां जारी की गई
- इस पर कुल 1830 करोड़ रुपए का व्यय होगा


- 908 करोड़ रुपए अनुदान के रूप में किसानों को दिए जाएंगे
- सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना से 200 मेगावाट बिजली बनेगी


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान के किसानों की सराहना करते हुए कहा कि कई फसल उपजाने में राजस्थान देशभर में अग्रणी है.ईसबगोल और जीरा उत्पादन में हम देशभर में नंबर 1 हैं.मेथी, सौंफ के उत्पादन में दूसरे स्थान पर हैं.आजादी के 75 साल में पहली बार किसानों के लिए सही मायने में सोचने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है.



सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह ने देश के किसानों के लिए लड़ाई लड़ी.वही काम देश के किसानों के लिए पीएम मोदी कर रहे हैं.अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किसान क्रेडिट कार्ड शुरू किए थे.हमारी प्राथमिकता पेयजल और किसानों को सिंचाई का पानी देना है.उदयपुर का पहाड़ों का पानी पहले अरब सागर चले जाता था, इसे अब राजसमंद, उदयपुर के लिए वापस लाएंगे.


सीएम ने बिजली के क्षेत्र में कांग्रेस सरकार पर 90 हजार करोड़ का घाटा छोड़ने का आरोप लगाया.इस मौके पर कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना ने कहा कि वर्ष 2019 में PM मोदी ने कुसुम योजना लागू की.पिछले 4 साल में गहलोत सरकार ने करीब 65 हजार सोलर पंप ही लगाए थे, उतने पंप हम केवल 100 दिन में लगा देंगे.सोलर पंप की 29 कंपनियां हैं, किसान किसी भी वेंडर को चुनकर अपने यहां उपकरण लगवा सकता है.



2 दिन में शिविर लगाकर 1830 करोड़ राशि का वितरण होगा.इनमें 908 करोड़ की राशि अनुदान दी जाएगी.TSP में किसानों के लिए यह पूरी तरह नि:शुल्क है.समारोह में ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि ऊर्जा विभाग ने केंद्रीय उपक्रमों के साथ 1 लाख 60 हजार करोड़ के करार किए हैं.इससे भजनलाल सरकार आगामी समय में ऊर्जा में पूरी तरह आत्मनिर्भर होगी.


समारोह में कृषि एवं उद्यानिकी के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने परियोजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी.इस मौके पर ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक, उद्यानिकी आयुक्त लक्ष्मण कुड़ी, कृषि आयुक्त कन्हैयालाल स्वामी सहित विभागीय अधिकारी और किसान मौजूद रहे.


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