Jaipur News: कांग्रेस अपने तरकश के तीर एक-एक करके बाहर निकाल रही है. अब राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर सवाल उठाये हैं. प्रमोद तिवारी ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी देश के पीएम कम हैं और प्रचार मंत्री ज्यादा. तिवारी ने कहा कि सोमवार को राजस्थान की धरती से पीएम खुद के वादे या गारंटी के पूरी होने की गारंटी दे रहे थे लेकिन हकीकत में ऐसा है नहीं. 


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तिवारी ने ERCP को लेकर सवाल उठाये और केन्द्र सरकार को उसकी बात याद दिलाई. तिवारी ने मोदी सरकार के किये वादों के साथ ही महिला आरक्षण के मामले पर भी सवाल उठाये.


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पीएम नरेन्द्र मोदी ने बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा की समापन रैली को सम्बोधित करते हुए अपने वादे पूरे होने की गारंटी दी. अब पीएम की गारंटी के बाद कांग्रेस ने अपने सवालों का निशाना पीएम मोदी और बीजेपी की तरफ़ कर दिया है. राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी से सवाल किया है कि अगर पीएम अपनी गारंटी पूरी होने की गारंटी देते हैं तो राजस्थान से किया ERCP का वादा क्यों नहीं निभाया गया. तिवारी ने कहा कि मैनें राज्य सभा में इस मुद्दे पर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से पूछा लेकिन वहां भी केन्द्र सरकार ने गोलमोल जवाब ही दिया.


जल शक्ति मंत्री की कार्य शैली पर भी उठाए सवाल
तिवारी बोले कि राजस्थान से पीएम ने वादा किया और जल शक्ति मंत्री भी राजस्थान के ही हैं लेकिन केन्द्र सरकार राजस्थान के 13 लोगों की प्यास नहीं बुझा पाई. तिवारी ने अपने आरोपों के जरिये केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री की कार्य शैली पर भी सवाल उठाया.


रोजगार का भी वादा नहीं किया पूरा
पीएम मोदी से दूसरा सवाल पूछते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के आने से पहले बीजेपी ने विदेशों से काला धन लाने और हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रुपए आने का भरोसा दिलाया था. तिवारी ने कहा कि चुनाव से पहले तो मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा भी किया था लेकिन आज तक वह वादा पूरा नहीं हुआ. तिवारी ने कहा कि किसानों की आमदनी दुगुनी होने की बात कही थी लेकिन किसानों की आत्महत्या का सिलसिला नहीं रुका और न ही किसान की आमदनी दुगुनी हुई. कांग्रेस नेता ने चीन के साथ सीमा पर तनाव का मुद्दा भी उठाया. कहा कि चीन से नज़रें मिलाने की बजाय मोदी सरकार में भारत सरकार ने चीन से नज़रें झुकाकर ही बात की है.


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महिला आरक्षण के प्रावधान भी बेईमानी
तिवारी ने महिलाओं का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि उज्ज्वला गैस योजना के जरिये महिलाओं को धुंए से मुक्ति दिलाने की बात करने वाली सरकार महिलाओं को सस्ता सिलैण्डर उपलब्ध नहीं करा पा रही. साथ ही महिला आरक्षण के प्रावधान भी बेईमानी हैं. तिवारी ने कहा कि आरक्षण दस साल बाद देने की बात कही जा रही है लेकिन दस साल बाद जनगणना के आंकड़े आएंगे और उसके बाद भी कब तक परिसीमन होगा. कोई नहीं जानता.


कांग्रेस की मजबूत पैरवी करने की कोशिश
तिवारी ने राजस्थान से राज्य सभा में प्रतिनिधित्व मिलने का कर्ज उतारने के लिए कांग्रेस की मजबूत पैरवी करने की कोशिश की. उन्होंने राज्य सरकार के काम गिनाए तो साथ ही केन्द्र की कथित नाकामियों पर भी सवाल उठाये. तिवारी ने चुनावी मौसम की शुरूआत में ही बता दिया कि आने वाले दिनों में वे गहलोत सरकार के पैरोकार और बीजेपी पर हमलावर की भूमिका में लगातार दिखाई देते रहेंगे. अपनी उपयोगिता साबित करते हुए तिवारी ने ईडी, इन्कम टैक्स और सीबीआई को बीजेपी की फ्रन्टल ऑर्गेनाइजेशन तक बता दिया.