Jaipur: जयपुर की लाइफलाइन 17 दिन में दूसरी बार थम गई है.बीसलपुर प्रोजेक्ट में लापरवाही की लीकेज एक बार फिर से सामने आया है.अबकी बार टोडारायसिंह और मालपुरा के बीच 400 एमएम की लाइन में स्कॉर वाल्व में लीकेज हुआ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लीकेज के कारण पीएचईडी ने रात को अचानक शटडाउन का फैसला लिया.बीसलपुर प्रोजेक्ट आज सुबह 9 बजे मीटर डाउन कर दिया है,जो रात 10 बजे तक रहेगा.विभाग ने लीकेज सुधारने का काम शुरू कर दिया है,लेकिन बार बार लीकेज के बाद कई सवाल खडे हो गए है.


6 करोड़ खर्च,फिर भी बार-बार लीकेज
जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग पर सवाल उठ रहे है,क्योकि ना मॉनिटरिंग ठीक से हो रही है और ना ही फर्म प्रोजेक्ट की पेट्रोलिंग कर पा रही है.विभाग ने मेन्टेन्स का काम जीसीकेसी फर्म को दे रखा है,इसके लिए 6 करोड रूपए सालाना खर्च हो रहे है.लेकिन इसके बावजूद बार बार लाइन में लीकेज हो रहा है.जबकि ग्रामीणों का कहना है कि 10 दिन पहले से हल्का लीकेज हो रहा था.लेकिन क्या जिम्मेदार अधीक्षण अभियंता सतीश जैन को लीकेज की जानकारी नहीं थी?जैन के पास जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट्स के साथ WSSO डायरेक्टर का चार्ज.क्या अतिरिक्त भार के कारण सतीश जैन प्रोजेक्ट को संभाल नहीं पा रहे है?


क्या बीसलपुर के साथ जेजेएम में भी फेल?


वैसे जीसीकेसी फर्म की बीसलपुर प्रोजेक्ट्स के साथ जेजेएम में भी लापरवाही देखी जा रही है.धौलपुर में फर्म को 78 करोड़ का प्रोजेक्ट मई में पूरा करना था,जबकि झालवाड में 103 करोड के प्रोजेक्ट को 19 मई को पूरा करना था.लेकिन जीसीकेसी फर्म ने यहा भी सिर्फ 30% काम किया.


सतीश जैन की अफसरशाही पड रही भारी


जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट पर अफसरशाही भारी पड रही है.शटडाउन के बावजूद कल जयपुर में 3.50 करोड़ लीटर पानी कम सप्लाई हुआ.530 MLD की बजाय 495 MLD पेयजल सप्लाई हुआ.बीसलपुर जयपुर प्रोजेक्ट SE सतीश जैन ने इंजीनियर्स को शटडाउन की रात तक नहीं सूचना नहीं दी.PHED फील्ड इंजीनियर्स एक दूसरे को फ़ोन कर क्रोस चेक करते रहे कि क्या कल बीसलपुर प्रोजेक्ट का शटडाउन रहेगा? समय से जानकारी नहीं मिलने के कारण जनता के साथ-साथ इंजीनियर्स को सप्लाई में परेशानियां हो रही है.


ये भी पढ़ें- Sachin Pilot बनाएंगे प्रगतिशील कांग्रेस! 11 जून को बड़ी सभा के साथ हो सकता है ऐलान, तैयारियां जोरों पर