Jaipur: 10 फरवरी को बजट में गहलोत सरकार पेयजल उपभोक्ताओं को बडी राहत दे सकती है.आखिरी बजट से प्रदेश में पेयजल जीरों बिल पॉलिसी की घोषणा हो सकती है.यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश के पेयजल उपभोक्ताओं के लिए अब तक की सबसे बडी राहत होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

15 हजार लीटर तक मिल सकती है छूट


राजस्थान की गहलोत सरकार अपने आखिरी बजट में बडा मास्टर स्ट्रोक लगा सकती है.15 हजार लीटर तक उपभोग करने वाले पेयजल उपभोक्ताओं के लिए सरकार जीरो बिल की पॉलिसी ला सकती है.फिलहाल इस सीमा तक पानी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को 49.50 रुपये का  शुल्क हर माह चुकाना पडता है.लेकिन यदि बजट में घोषणा होती है तो स्थाई शुल्क 27.50रू,मीटर सर्विस के 22 रू छूट उपभोक्ताओं को दी जाएगी.हालांकि इससे पहले सरकार वाटर और सीवरेज चार्जेज की छूट दे चुकी है.सरकार ने धार्मिक स्थलों के कनेक्शनों के आकंडे भी मांगे है.


सीवरेज और वाटर चार्जेंज पर पहले ही दे चुकी छूट


फिलहाल सरकार की तरफ से उपभोक्ताओं को वाटर चार्ज पर 55 रूपए,सीवरेज चार्जेज पर 18.15 रूपए प्रतिमाह पानी के बिलों में छूट दी जा रही है.उपभोक्ताओं को कुल 73.15 रुपए की छूट दी जा रही है.


यदि जीरो बिल पॉलिसी आई तो सभी चार्जेज पर छूट मिलेगी


  • चार्जेज          चार्जेज (रू.)  छूट मिलेगी (रू.)

  • वाटर चार्जेज     55             55

  • स्थाई शुल्क      27.50        27.50      

  • मीटर सर्विस     22             22          

  • सीवरेज चार्जेज    18.15       18.15

  • कुल चार्जेज      122.65      122.65


यानी कि सीधे पर यदि बजट में घोषणा हुई तो 15 हजार लीटर तक वाटर,स्थाई,मीटर और सीवरेज चार्जेंज के 122.65 रूपए सरकार द्धारा वहन किए जाएंगे.इस सीमा तक उपभोक्ताओं को पानी का बिल नहीं चुकाना होगा.