नई दिल्ली: Pakistan India ASAT: पाकिस्तान को जब-जब भारत से कोई खतरा नजर आता है, तो वह दौड़ा-दौड़ा चीन के दर पर जाता है. एक बार फिर पाक मदद मांगने ड्रैगन के पास चला गया है. पाकिस्तान चीन से एंटी सैटेलाइट मिसाइल (ASAT) लेने के लिए चीन से से बातचीत कर रहा है. ऐसी मिसाइल तेज गति से अंतरिक्ष जाती है और में दुश्मन देश के सैटेलाइट को मार गिराने में सक्षम होती है.
भारत के डर से चीन के सामने फैलाए हाथ
दरअसल, भारत ने पहले से ही एंटी सैटेलाइट मिसाइल (ASAT) डवलप कर लिया है. करीब 5 साल पहले 27 मार्च, 2019 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत अब अंतरिक्ष में भी अपने दुश्मनों से लड़ सकता है, अंतरिक्ष से होने वाले हमलों से खुद का बचाव कर सकता है. ये जानकार पूरी दुनिया हैरान रह गई थी. खासकर चीन और पाकिस्तान की सांस फूल गई थी. एंटी सैटेलाइट मिसाइल तैयार कर ली थी, इस मिशन को 'मिशन शक्ति' नाम दिया गया था. पाक इसका तोड़ निकालने के लिए ही चीन के सामने हाथ फैला रहा है.
चीन पहले ही कर चुका ASAT टेस्ट
पाकिस्तान के पास फिलहाल न तो इतनी टेक्नोलॉजी है और न ही इतना आर्थिक स्तर है कि वह ASAT बना पाए. यही वजह कि अपने करीबी मुल्क चीन के सामने पाक को हाथ फैलाने पड़ रहे हैं. चीन और पाक के बीच डिफेंस टेक्नोलॉजी जॉइंट मिसाइल प्रोजेक्ट और सैटेलाइट प्रोजेक्ट को लेकर कोलैबोरेशन है. बता दें कि चीन ने साल 2007 में ही ASAT टेस्ट कर लिया था.
भारत के पास ऐसी ASAT मिसाइल
गौरतलब है कि भारत के पास एंटी-सैटेलाइट मिसाइल (ASAT) के लिए पृथ्वी एयर डिफेंस (PAD) सिस्टम है. इसको प्रद्युम्न बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर भी खा जा रहा है. यह पृथ्वी के वातावरण से बाहर और अंदर के टारगेट पर हमला करने की क्षमता रखता है. भारत की ASAT मिसाइल की रेंज करीब 2000 किमी है. यह 1470 से 6126 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंतरिक्ष में जाती है. इसको समय-समय पर अपग्रेड करते हुए और भी घातक बनाया जा सकता है.
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