Jaipur: जोधपुर गैस सिलेंडर ब्लास्ट हादसे के बाद भी जिम्मेदार अपने चैंबर छोड़ने को तैयार नहीं हैं. शहर में गैस सिलेंडरों से अवैध तरीके से रिफिलिंग का कारोबार चल रहा है. जगतपुरा में तो एक अस्पताल के पास गैस रिफिलिंग के अवैध कारोबार की स्थानीय लोगों ने कई बार रसद कार्यालय को सूचना दी लेकिन कार्यालय ने सूचना दबा दी. मामला सरकार में उच्च स्तर पर पहुंचा तो जयपुर डीएसओ कार्यालय के अफसरों की नींद टूटी और जगतपुरा क्षेत्र में सिलेंडरों की अवैध रिफिलिंग के तीन अड्डों पर कार्रवाई की.


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मौके पर छापा मारने गई टीम ने बताया कि तीनों जगह से सिलेंडर और उपकरण जब्त किए हैं. राहुल मीणा और अतर सिंह को छोड़ दिया गया. इसके लिए न्यायालय से मंजूरी लेनी होगी क्योंकि उनके पास गिरफ्तारी के अधिकार नहीं है.


जिला रसद अधिकारी महेन्द्र मीणा ने बताया कि जीवन रेखा हॉस्पिटल के पास रह रहे राहुल मीणा के आवास से 12 घरेलू गैस सिलेंडर, दो इलेक्ट्रॉनिक गैस ट्रांसफर मशीन, रेगुलेटर व एक कांटा जब्त किए हैं.वहीं महल योजना जगतपुरा में अतर सिंह के आवास से 5 घरेलू सिलेंडर, दो आईएसआई और दो नॉन आईएसआई मार्क सिलेंडर, एक इलेक्ट्रॉनिक कांटा, पीतल की तीन बांसुरी, पेचकस और एक ई रिक्शा जब्त किया हैं.जीवन रेखा अस्पताल के पास डॉ. पी.एस. मीणा के आवास से 11 घरेलू सिलेंडर, 6 व्यवसायिक सिलेंडर जब्त किए गए.


डीएसओ शहर प्रथम महेंद्र मीणा ने बताया कि कार्रवाई आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 6-ए के तहत की गई.कार्रवाई में कुल 37 एलपीजी के सिलेंडर जब्त किए.इनमें 28 घरेलू 6 व्यवसायिक, 3 छोटे अवैध एलपीजी सिलेंडर है. जांच दल में प्रवर्तन अधिकारी रामचन्द्र शेरावत, गौरा मीणा एवं प्रवर्तन निरीक्षक अशोक कुमार योगी, पूजा शर्मा, बबीता यादव शामिल रहे


Reporter-Deepak Goyal


 


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