Rajasthan News: राइजिंग राजस्थान समिट के तहत जयपुर के एक निजी होटल में बुधवार को एजुकेशन समिट का आयोजन किया गया, जहां पर शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, कौशल व उद्यमिता विभाग के साथ निवेशकों ने 28 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के एमओयू किए. इन एमओयू को जमीनी स्तर पर लागू किया जाए इसके लिए मुख्यमंत्री स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी गई है. प्रदेश में होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट से पहले बुधवार को प्री एजुकेशन समिट का आयोजन हुआ. 


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इस दौरान मौजूद रहे मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा हमारा प्रमुख आधार है. राजस्थान में हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. उन्हें समय कम मिला, लेकिन राइजिंग राजस्थान में जो सहयोग मिल रहा है, वो अभूतपूर्व है और जिस तरह बीजेपी के संकल्प पत्र में राजस्थान के युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में भी 6 लाख रोजगार देने का संकल्प लिया था, इस प्री समिट से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि राइजिंग राजस्थान के जरिए 6 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा ही नहीं बल्कि पर्यटन के क्षेत्र, माइनिंग, चिकित्सा, ऊर्जा हर क्षेत्र में एमओयू हुए हैं. ये राइजिंग राजस्थान समिट विकसित राजस्थान के लिए मजबूती देगा.



 भजनलाल शर्मा ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि विदेश दौरे के दौरान राइजिंग राजस्थान को लेकर निवेशकों ने खासा उत्साह दिखाया है. शर्मा ने कहा कि हम केवल आंकड़ों पर आधारित एमओयू नहीं कर रहे है, बल्कि हमारे एमओयू जमीन पर नजर आए इस दिशा में सरकार दिन रात काम कर रही है. सीएम ने कहा कि अब तक राइजिंग राजस्थान को लेकर 18 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आ चुके है, जिन पर काम भी शुरू कर दिया गया है.



कार्यक्रम को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने संबोधित करते हुए कहा कि अपनी माटी से जुड़ने के लिए मैं राजस्थान के लोगों का, निवेशकों, भामाशाहों, दानदाताओ का आभार प्रकट करता हूं. शिक्षा जीवन की नींव होती है, जो भी मंजिलें तय की जाएंगी, यह उनका आधार होगी. हम शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. दिलावर ने अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए निवेशकों को आमंत्रित किया और बताया कि शिक्षा विभाग राजस्थान में किताबी शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का भी काम कर रहा है.



कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि उच्च व तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नामांकन राज्य में बढ़ रहा है. बैरवा ने कहा कि स्किल बेस्ड शिक्षा देने की दिशा में राजस्थान लगातार काम कर रहा है.



कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्योग वाणिज्य व खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि शिक्षा और खेल अलग अलग नहीं है. इसलिए हमने शिक्षा विभाग के साथ हाथ मिलाकर खेल विभाग की योजनाओं को साकार करने का सपना देखा है. राठौड ने कहा कि स्कील बेस़्ड कोर्सेज शार्ट टर्म भी होने चाहिए. साथ ही राठौड़ ने कहा कि निजी यूनिवर्सिटीज के साथ खेल विभाग एमओयू करने के लिए तैयार है, ताकि निजी यूनिवर्सिटीज में बेहतर वातावरण के साथ खिलाडी तैयार हो सके.



राइजिंग राजस्थान एजुकेशन प्री समिट में 28 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के एमओयू साइन किए गए. प्री-समिट में उच्च शिक्षा, स्कूल एजुकेशन, संस्कृत एजुकेशन और स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के तहत के साथ इन्वेस्टर्स ने ये एमओयू साइन किए. इससे सरकारी स्कूलों में सोलर सिस्टम की स्थापना, आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासरूम, फर्नीचर, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में डाइनिंग हॉल तैयार किया जाएगा. साथ ही स्कूली छात्रों को स्वेटर, जूते उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं, प्रदेश में जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों के विकास, स्कूलों में ब्लॉक लेवल पर खेल के स्टेडियम, ऑनलाइन परीक्षा सुविधा केंद्रों की स्थापना और लड़कियों के लिए सैनिक एकेडमी की स्थापना भी की जाएगी. इसके साथ ही सीएम ने प्राइवेट सेक्टर में 6 लाख से ज्यादा रोजगार के द्वार खुलने की भी बात कही गई है.



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