Jaipur latest News: राजस्थान के जयपुर जिले में वर्ल्ड म्यूजियम डे पर शहर के प्रसिद्ध चित्रकार विनय शर्मा ने अपने म्यूजियम अतीत राग में नया इनोवेशन किया है. उन्होंने म्यूजियम के एक कोने को अपने पूर्वजों को समर्पित किया है. यहां उन्होंने स्मृतियों का कोना नाम देकर उनकी यादों को संजोया है. जहां उन्होंने एक लकड़ी का शोकेस तैयार कर अपने पिताजी और माताजी से जुड़ी वस्तुओं को उसमें प्रदर्शित किया है और उनकी सुनहरी यादों को म्यूजियम में जगह दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विनय शर्मा ने बताया कि आजकल लोग अपने अतीत को भूलने लगे हैं, जिसके कारण कुछ नया इनोवेशन नहीं कर पाते, बिना अतीत को जाने हम सुनहरे भविष्य की कल्पना नहीं कर सकते. इसलिए उन चीजों को जिन्होंने समाज को बहुत कुछ दिया है. समाज को प्रसन्न चित्त रखा है और जीवंत रखा है. उन चीजों को सम्मान देने के लिए इस तरह का एक स्मृतियों का कोना म्यूजियम के रूप में तैयार किया है. 


यह भी पढ़ें- नोख के जालूवाला ग्राम पंचायत की सरहद पर पैंथर के छुपे होने से ग्रामीणों में दहशत


विनय ने बताया कि यह भी एक कला का रूप है. जिससे वर्षों तक आपकी पीढ़ियां जुड़ी रहती हैं और पुरानी यादों को जीवंत करती रहती हैं. नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी से अवगत भी होती रहती हैं. मैंने अपने स्मृतियों के इस कोने में पिताजी के चश्मे से लेकर उनके जैकेट और उनके लिखे कविता संग्रह को भी इसमें शामिल किया है. इसके अलावा माताजी का वह पात्र जिससे उन्होंने भगवान शिव जी की आराधना की, जल चढ़ाया इसके अलावा उनकी रसोई का स्टोव और उनके द्वारा उपयोग में लाई अंगीठी को भी इसमें जगह दी है. 


इस इनोवेशन में मेरी पत्नी प्रतिमा शर्मा और बेटे विभोर शर्मा का भी योगदान है. उन्होंने बताया कि हम चाहते हैं कि ऐसा स्मृतियों को कोना हर परिवार में, हर घर में बने. इसके लिए हमने इस म्यूजियम में आम लोगों को भी आने के लिए आमंत्रित किया है. ताकि वह इससे इंस्पायर होकर अपने घर में एक छोटा सा म्यूज़ियम बना सके. इस म्यूजियम डे पर हमारा यह छोटा सा प्रयास है.