Jaipur News: पीएचईडी के जल जीवन मिशन में एसीबी ने रिश्वत लेने-देन के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रिश्वत देने वाले गणपति ट्यूबवेल फर्म मालिक पदमचंद जैन पर फर्जी प्रमाण पत्र के आरोप लगे थे, जिसके बाद जलदाय विभाग ने कमेटी गठित कर जांच बैठाई. इसी बीच एसीबी ने ठेकेदार को रिश्वत देते दबोचा गया.


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अनुभव प्रमाण पत्र की जांच 
गणपति और श्रीश्याम ट्यूबवेल के अनुभव प्रमाण पत्रों की जांच के बीच मालिक पदमचंद जैन को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. दोनों फर्मों के अनुभव प्रमाण पत्र ही जांच चल रही है. इसके लिए पीएचईडी ने कमेटी का गठन किया था. फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आरोप के बाद विभाग ने 24 जून को गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल के कार्यों और पैमेंट पर रोक के आदेश दिए थे, लेकिन इस आदेश पर सेशन कोर्ट ने स्टे लगाया था.


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एसीबी ने बकाया बिलों की एवज में बहरोड एक्सईएन मायालाल सैनी, जेईएन प्रदीप को गिरफ्तार किया है. वहीं ठेकेदार पदमचंद जैन के अलावा सुपरवाइजर मलकेत सिंह, प्रवीण कुमार को दबोचा.


5 लाख से ज्यादा की राशि बरामद 
गणपति और श्रीश्याम ट्यूबवेल फर्म पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र आरोप लगे थे, जिसके बाद विभाग की जांच चल रही है. एसीबी ने कई आरोपियों को दबिश देते हुए चौमूं पुलिया से गिरफ्तार किया है. एसीबी ने 2.20 लाख की रिश्वत की राशि पोलोविक्ट्री होटल और गाड़ी से 2.90 लाख की राशि बरामद की है.


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अलवर से जयपुर आए रिश्वत लेने 
एसीबी की टीम का होटल में सर्च अभियान सुबह तक जारी रहा. पीएचईडी के एक्सईएन मायालाल सैनी और जेईएन प्रदीप अलवर के बहरोड़ के रिश्वत की राशि लेने जयपुर पहुंचे थे. फिलहाल एसीबी ने फाइले खंगाल रही है.