Rajasthan News: जयपुर का सिंधी कैंप बस स्टैंड मल्टी मोडल इंटिग्रेटेड ISBT हब के रूप में विकसित किया जाएगा यानी ऐसा बस स्टैंड, जहां से बसें तो चलेंगी ही, साथ ही आवागमन के लिए मेट्रो, सिटी बसों और अन्य माध्यमों से कनेक्टिविटी भी बनेगी. इसके अलावा शहर के चारों ओर भी रोडवेज प्रशासन द्वारा बस स्टैंड बनाए जाने प्रस्तावित है. अभी अजमेर रोड पर हीरापुरा और दिल्ली रोड पर अचरोल में बस स्टैंड बनाए जाएंगे. यह बस स्टैंड राजस्थान राज्य बस अड्डा विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए जाएंगे. 


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वहीं, रोडवेज प्रशासन द्वारा आगरा रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर, टोंक रोड पर कुंभा मार्ग और सीकर रोड पर विद्याधर नगर में बस स्टैंड बनाए जाने प्रस्तावित हैं. रोडवेज ने बस अड्डों के पुनर्विकास और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए राइट्स कम्पनी से एक सर्वेक्षण करवाया है. इस सर्वेक्षण में सिंधी कैंप बस स्टैंड को मौजूदा हालात में सबसे पोटेंशियल वाला बस स्टैंड माना है, लेकिन भविष्य की जरूरतों के लिहाज से सिंधी कैंप के बाद अजमेर रोड पर हीरापुरा बस स्टैंड को शामिल किया गया है. 



क्या है जयपुर शहर के बस अड्डों की स्थिति ?
- सिंधी कैंप बस स्टैंड सबसे पुराना, क्षेत्रफल 29680 वर्ग मीटर
- अभी 3 किमी के दायरे में 5.45 लाख निवासी, वर्ष 2037 तक 8.24 लाख होंगे
- अजमेर रोड पर हीरापुरा बस स्टैंड 54 हजार वर्ग मीटर में फैला हुआ
- अभी 3 किमी दायरे में रहते 88 हजार लोग, 2037 तक 1.69 लाख होंगे
- ट्रांसपोर्ट नगर में जवाहर नगर सर्किल पर रोडवेज की 9400 वर्ग मीटर जमीन
- यहां अभी 3 किमी दायरे में 4.32 लाख लोग, 2037 तक 5.04 लाख होंगे
- प्रताप नगर कुंभा मार्ग पर रोडवेज की 15500 वर्ग मीटर जमीन
- अभी 3 किमी दायरे में रहते 1.59 लाख लोग, 2037 तक 4.69 लाख होंगे
- विद्याधर नगर में रोडवेज के पास 6050 वर्ग मीटर जमीन
- अभी यहां 3.08 लाख लोग रहते, 2037 में 6.35 लाख लोग होंगे निवासी



राइट्स कम्पनी ने अपने सर्वेक्षण में माना है कि सीकर रोड पर सर्वाधिक बसें संचालित होती हैं. इसके बाद आगरा रोड और अजमेर रोड पर बसों का संचालन होता है. सर्वेक्षण के आधार पर कम्पनी ने अपने सुझाव भी दिए हैं. इनमें कहा गया है कि सिंधी कैंप बस स्टैंड का निर्माण नए सिरे से अत्याधुनिक तरीके से किया जाना चाहिए. यहां से निजी बसों के संचालन पर रोक होनी चाहिए. पहले सैटेलाइट बस स्टैंड के तौर पर हीरापुरा को विकसित किया जाना चाहिए. दोनों बस अड्डों का संचालन पीपीपी मोड पर भी किया जाना संभव है. 



जयपुर में बसों का कितना पोटेंशियल ?
- जयपुर से कुल 3680 इंटरसिटी बसें रोज होती हैं संचालित
- लम्बी दूरी की बसों में रोडवेज की हिस्सेदारी 38 फीसदी
- वहीं प्राइवेट बसों की हिस्सेदारी 49 फीसदी
- जयपुर से रोज करीब 1 लाख 66 हजार यात्री करते हैं यात्रा
- वर्ष 2051 तक इनकी संख्या 4 लाख 4 हजार होने की संभावना
- सिंधी कैंप की रेटिंग सर्वाधिक 42, ट्रांसपोर्ट नगर की सबसे कम 32



रिपोर्टर- काशीराम चौधरी


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