जयपुर: शहीद स्मारक पर चल रहे संत, महंत, पुजारी, पुरोहितों के धरने में बुधवार को उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया और विधायक रामलाल शर्मा अचानक पहुंचे. पूनिया ने पुजारी संत महंतों के धरने को समर्थन दिया और कहा कि हमारी सरकार आई तो पहली प्राथमिकता धर्म स्थलों के संरक्षण की रहेगी.


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शहीद स्मारक पर विभिन्न मांगों को लेकर संत, महंत, पुजारी, पुरोहितों का धरना चल रहा है. दोपहर में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां और विधायक रामलाल शर्मा धरना स्थल पर पहुंचे. दोनों ने धरना को अपना समर्थन दिया. इस मौके पर सतीश पूनिया ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं और विधायक रामलाल सदन छोड़कर आए हैं. बचपन से देखा है कि आस्था के स्थान पर संकट खडा हुआ है, कभी राजनीति आ जाती है, कभी जाति आ जाती है. 


आस्था के स्थल का संरक्षण सरकार की प्राथमिकता 


उन्होंने कहा कि सबसे पहले आस्था व धार्मिक स्थलों का संरक्षण होना चाहिए, भले ही किसी दल की सरकार हो. आस्था के स्थल का संरक्षण सरकार की प्राथमिकता होना चाहिए. हमारी प्राथमिकता हर हालत धार्मिक स्थल संरक्षण की रहेगी. विधायक रामलाल शर्मा ने राज्य की कांग्रेस सरकार से पुजारी सेवक महासंघ की मांगों पर गंभीरता से विचार कर पूरी करने का आग्रह किया.



गौरतलब प्रदेश के मंदिर जमीन पर बड़ी संख्या में अतिक्रमण हो रखे हैं. वहीं दूसरी ओर झूमर की पिछले दिनों की घटनाएं हुई है. मंदिरों का बिल माफ किया जाए. इन सहित कई मांगों को लेकर मंदिर में पुजारी धरना दे रहे हैं. धरने को राजनीतिक जनप्रतिनिधियों के साथ ही अन्य सामाजिक संगठनों के प्रमुख भी समर्थन दे रहे हैं. लोगों की मांग है सरदार इस मामले में ध्यान दें और उचित कार्रवाई करें.


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