Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर को नोटिस का जवाब देने के लिए अब कुछ घंटे शेष रह गए हैं. जयपुर नगर निगम ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर पर आने वाला सप्ताह भारी पड़ सकता है. सरकार ने मेयर को जो जवाब पेश करने का समय दिया है, वह 25 नवंबर को पूरा होगा. इस जवाब के बाद ऐसा माना जा रहा है कि सरकार सौम्या पर एक्शन करके उन्हें दोबारा मेयर की कुर्सी से हटा सकती है.


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जानकारों की मानें तो सरकार अगर सौम्या को दोबारा कुर्सी से हटाती है, तो एक बार फिर से सरकार कार्यवाहक मेयर लगा सकती है, क्योंकि 10 नवंबर को जो उपचुनाव करवाए गए थे, उस पर हाइकोर्ट के आदेश का क्या असर रहा, इसको लेकर निर्वाचन आयोग को आगे का फैसला करना है. 


हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने सौम्या गुर्जर को 18 नवंबर तक जवाब पेश करने का समय दिया था, लेकिन इस बीच मेयर ने एक पत्र स्वायत्त शासन निदेशालय के डायरेक्टर को पेश करके उसमें एक महीने का समय मांगा था, तब मेयर ने सरकार के ही एक शपथ पत्र का हवाला दिया था. हालांकि मेयर के इस पत्र के बाद सरकार ने उन्हें 7 दिन का और अतिरिक्त समय दिया था. 


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स्वायत्त शासन निदेशालय में पूर्व विधि निदेशक रहे अशोक सिंह की मानें तो अगर सरकार सौम्या गुर्जर को मेयर के पद से दोबारा बर्खास्त करती है, तो उस स्थिति में निर्वाचन आयोग को दोबारा चुनाव करवाने की जरूरत नहीं होगी. 10 नवंबर को जो उपचुनाव हुए थे, उन वोटों की काउंटिंग करवाकर आयोग मेयर के चुनाव का रिजल्ट जारी कर सकता है. हाईकोर्ट ने जो आदेश रिटर्न में जारी किया है, उसमें ये कहीं उल्लेख नहीं किया है कि चुनाव की पूरी प्रक्रिया को रद्द किया जाता है.


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