जिस्मफरोशी का धंधा छोड़ने को प्रेरित कर रही जयपुर पुलिस, ऐसे जीवन में भर रहा नया रंग
Jaipur News : बगरू के इस गांव के लोगों को देह व्यापार के नारकीय जीवन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने और समाज के बीच सम्मानजनक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया.
Jaipur News : पुलिस का नाम आते ही वैसे तो एक सख्त हिदायती चेहरा, कानून का डंडा चलाकर समझने वाले लोग, सजा ओर जुर्माना लगाकर नियमो की पालना करवाने वाले सरकारी कर्मचारी या फिर गैर कानूनी या अवैध काम करने वाले लोगों को सजा दिलाकर सुधारने का प्रयास करने वाले कानून के रखवालों का चेहरा सामने आता है, लेकिन बदलते वक्त के साथ अब पुलिस की कार्यप्रणाली में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे है, समय के साथ पुलिस का स्वरूप और कामकाज करने का तरीका भी बदला है, पुलिस अब लोगों को अपराध और गैर कानूनी काम करने से रोकने और समाज की मुख्यधारा में लौटकर सम्मानजनक जीवन के लिए प्रेरित करती हुई नजर आ रही है.
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पुलिस का ऐसा ही एक प्रयास देखने को मिला बगरू थाना इलाके के नंदलालपुरा गांव में, जहां सदियों से एक समाज के लोग देह व्यापार के दलदल में फंसकर नरकीय जीवन जीने को मजबूर है.
जयपुर पुलिस आयुक्तालय की पहल और डीसीपी जयपुर वेस्ट वंदिता राणा के निर्देशन पर बगरू एसीपी अनिल शर्मा के नेतृत्व में थानाधिकारी राधारमण गुप्ता, स्थानीय सरपंच श्योजीराम फंगाल ने बचपन बचाओ अभियान के तहत इस गांव के लोगों को देह व्यापार के नारकीय जीवन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने और समाज के बीच सम्मानजनक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया.
एसीपी अनिल शर्मा ने समाज के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सुझाव देते हुआ कहा कि पुराने जमाने में आपके पूर्वजों की पता नही क्या मजबूरियां या परिस्थितियां रही होगी जो उन्हे इस दलदल में उतरना पड़ा, आज के परिपेक्ष्य में ये काम किसी हालत में जायज नहीं है, जब आप भी एकांत में बैठकर इस बारे में सोचते होंगे तो मन तो कचोटता ही होगा, अब जमाना बदल रहा है, आज मानव के पास जीवन जीने के बेहतर साधन और विकल्प मौजूद है, उन्होंने कहा कि अपनी बच्चियों को इस दलदल से बचाने के लिए उन्हें शिक्षित करे और बेहतर जीवन जीने का अवसर दे, युवकों को रोजगार के अन्य स्रोतों के जरिए जीवन यापन करने के लिए प्रेरित करे, भूलकर भी नाबालिग बच्चियों को इस नरक में ना उतरे, अन्यथा पुलिस को कठोर कदम उठाने पड़ेंगे, एसीपी शर्मा ने आश्वस्त किया कि अगर आप समाज सुधार और बदलाव की ओर कदम बढ़ाएंगे तो पुलिस भी आपकी यथा सम्भव मदद करेगी.
बगरू थानाधिकारी राधारमण गुप्ता ने समझाइश करते हुए कहा कि जब आज जीवन जीने के कई सम्मानजनक उपाय मौजूद है तब क्यों देह व्यापार जैसे घिनौने कार्य को करके अपने जीवन को बर्बाद किया जाए, थानाधिकारी ने विभिन्न सरकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि अब सरकार नि:शुल्क शिक्षा दे रही है, इलाज दे रही है, मनरेगा के तहत गांव में ही रोजगार दे रही, खेती बाड़ी और अन्य काम धंधों के लिए आर्थिक सहयोग दे रही है तो आप लोगो को भी इस नरकीय जीवन से निकलकर सरकारी योजनाओं की पंचायत और तहसील से जानकारी लेकर इन योजनाओं का लाभ लेते हुए अपने जीवन स्तर को सुधारना चाहिए.
सवाई जयसिंहपुरा सरपंच श्योजीराम फंगाल ने बताया कि इस समाज में पहले की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है, लोग अपनी बेटियो को पुश्तैनी काम ने ना लगाकर उनको पढ़ा रहे है और उनकी शादियां करके सम्मानपूर्वक गृहस्थ जीवन जीने का अवसर दे रहे है, पिछले दो साल में ही इस समाज की करीब 26 बेटियो की शादियां की गई है, करीब 10 लड़कियों की हाल ही सगाई की जा चुकी है, समाज देह व्यापार के दलदल से बाहर निकल रहा है, जनप्रतिनिधि होने के नाते इन लोगो के जीवन को बेहरत बनाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा, उन्होंने कहा कि यहां रहने वाले 60 प्रतिशत परिवार देह व्यापार के काम को छोड़कर खेती बाड़ी, मनरेगा और कल कारखानों में मजदूरी, व्यापार व्यवसाय के जरिए जीविका चलाने लगे है, शेष बचे लोगो को भी समझाइश कर समाज की मुख्यधारा में लाकर सम्मानपूर्वक जीवन जीने के लिए तैयार किया जाएगा.
सरपंच श्योजीराम फंगाल के दावों की सच्चाई जाने के लिए जब यहां के लोगों से बात कि है तो इन लोगों के जीवन में हो रहे बदलाव की झलक भी देखने को मिली, स्थानीय निवासी मनीष में बताया कि वह एमए बीएड तक शिक्षा ग्रहण कर चुका है, उसके अलावा और भी कई युवा है जिन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है, ओर डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, पुलिस विभाग सहित अन्य सरकारी और निजी संस्थान में अपनी सेवाएं देकर समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, समाज को इस घृणित कार्य को छोड़कर आगे बढ़ाने के लिए राह दिखाई है, समाज के लोगों की सोच बदल रही है, मनीष को उम्मीद है कि आने वाले समय में समाज के दूसरे लोग भी इस अनैतिक कार्य को छोड़कर सम्मानित जीवन जीने को और कदम बढ़ाएंगे.
अन्य लोगो ने भी अपनी व्यथाएं सुनाई और इस दलदल से निकलने में आ रही समस्याओं से अवगत करवाया, पुलिस की ओर से की गई इस अभिनव पहल के लिए यहां के लोगो ने एसीपी और सरपंच का आभार जताया, और वादा किया कि सरकार यदि हमे जीवन यापन के लिए समुचित रोजगार उपलब्ध करवा देती है तो वे लोग इस अनुचित काम को छोड़ देंगे. जब युवा पीढ़ी शिक्षित होकर रोजगार हासिल करेगी तो बेसक समाज उन्नति करेगा.
निश्चित रूप से शिक्षा और रोजगार के माध्यम से ही किसी समाज की दिशा और दशा बदली जा सकती है, जयपुर पुलिस ने देह व्यापार के दलदल फंसे इन लोगो को बेहतर जीवन देने का प्रयास तो शुरू किया है, लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस की यह मुहिम कितनी कारगर साबित होती है, सरकार इन लोगो को कितनी मदद देती है और ये लोग भी अपने जीवन को सुधारने के लिए कितना प्रयास करते है.
इस खबर की दिखाने के पीछे जी मीडिया का भी यही उद्देश्य है कि ऐसे लोगो की बेहतरी के लिए पुलिस, जनप्रतिनिधियों और सरकारों के साथ अन्य सामर्थ्यवान लोगों को भी आगे आना चाहिए, इन लोगो को शिक्षा और रोजगार के अवसर दे, जिससे देह व्यापार के अनैतिक कार्य में लगे इन लोगो को सम्मानजनक जीवन का अवसर दिया जा सके.
Reporter- Amit Yadav
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