Jaipur : परिवहन विभाग राज्य सरकार के सर्वाधिक राजस्व जुटाने वाले टॉप 5 विभागों में शामिल है. यूं तो इस बार विभाग अपेक्षाकृत रूप से राजस्व लक्ष्य पूरा करने की दिशा में अग्रसर है. लेकिन फिर भी कुछ जिले और आरटीओ कार्यालय बुरी तरह पिछड़ रहे हैं. बड़ी बात यह है कि प्रदेश के सभी आरटीओ में जयपुर प्रथम आरटीओ सबसे आगे है.


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परिवहन विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 7700 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य अर्जित करना है. विभाग ने इसे वन टाइम टैक्स आधारित राजस्व और नॉन ओटीटी आधारित दो वर्गों में बांट रखा है. मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 4 माह में परिवहन विभाग अभी तक राजस्व लक्ष्य हासिल करने में पीछे चल रहा है. विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अभी तक परिवहन विभाग लक्ष्य से करीब 250 करोड़ रुपए पीछे है. राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अभी जयपुर आरटीओ प्रथम सबसे आगे है. वहीं जयपुर आरटीओ द्वितीय अभी तक सबसे पीछे है. 


दरअसल, इसके पीछे राजस्व से जुड़े रिकॉर्ड की एक से दूसरे आरटीओ कार्यालय में शिफ्टिंग नहीं होने को बड़ा कारण माना जा रहा है. जयपुर आरटीओ द्वितीय धर्मेन्द्र चौधरी ने जून माह में परिवहन प्रमुख सचिव आनंद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी यह मुद्दा उठाया था. हालांकि इसके बाद अब राजस्व रिकॉर्ड को एक से दूसरे कार्यालय में डिस्ट्रीब्यूट करने का ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है. चिंताजनक बात यह है कि राजस्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले पाली और चित्तौड़गढ़ आरटीओ भी लक्ष्य हासिल करने में पीछे चल रहे हैं.


कितना लक्ष्य, हासिल कितना ?


  •  परिवहन विभाग का वित्त वर्ष 202324 का लक्ष्य है 7700 करोड़

  • अप्रैल से जुलाई तक 2067.6 करोड़ रुपए था विभाग का लक्ष्य

  •  1815.94 करोड़ रुपए का राजस्व हुआ जुलाई तक प्राप्त

  •  यानी 87.82 फीसदी परिवहन विभाग ने किया अर्जित


कौन आगेकौन पीछे ?


  •  जयपुर RTO प्रथम 135.45 फीसदी राजस्व अर्जित कर प्रदेश में अव्वल

  •  अजमेर RTO 94.59 फीसदी राजस्व अर्जन के साथ दूसरे नंबर पर

  •  बीकानेर RTO 89.79 फीसदी लक्ष्य प्राप्ति के साथ तीसरे नंबर पर

  •  आरटीओज में जयपुर द्वितीय 61.04 फीसदी के साथ सबसे नीचे 13वें नंबर पर

  •  69 फीसदी राजस्व अर्जन के साथ पाली आरटीओ 12वें नंबर पर

  •  78.89 फीसदी राजस्व अर्जन के साथ चित्तौड़गढ़ RTO 11वें नंबर पर


जिला परिवहन कार्यालयों के लिहाज से बात की जाए तो कुछ जिला परिवहन कार्यालय काफी अधिक पीछे चल रहे हैं. पीपाड़ शहर और सादुलशहर जिला परिवहन कार्यालयों में परिवहन विभाग राजस्व लक्ष्य का महज एक चौथाई या एक तिहाई राजस्व ही प्राप्त कर सका है. वहीं जयपुर प्रथम जिला परिवहन कार्यालय, कोटपूतली, शाहपुरा, चौमू, खेतड़ी, नागौर, किशनगढ़, जैसलमेर, बालोतरा, फलौदी, पोकरण, सलूंबर आदि परिवहन कार्यालयों का अर्जन 100 फीसदी से अधिक रहा है. जुलाई माह में परिवहन विभाग को 511.54 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त करना था, जिसमें से 444.64 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया जा सका है.



ये DTO हैं सबसे फिसड्डी


  •  पीपाड़ शहर डीटीओ कार्यालय पूरे राज्य में लक्ष्य अर्जन में सबसे पीछे

  •  पीपाड़ शहर मात्र 23.02 फीसदी राजस्व लक्ष्य ही अर्जित कर सका

  •  सादुलशहर का राजस्व लक्ष्य अर्जन रहा महज 31.90 फीसदी

  •  जयपुर द्वितीय DTO कार्यालय का राजस्व अर्जन रहा है 39.01 फीसदी

  •  सुमेरपुर भी 43.03 फीसदी राजस्व लक्ष्य अर्जित कर सका

  •  डूंगरपुर का राजस्व लक्ष्य अर्जन 59.65 फीसदी


कुलमिलाकर अभी तक की परिवहन विभाग की लक्ष्य प्राप्त करने की प्रगति संतोषजनक है. अब अगस्त और सितंबर माह में नई कारों की बिक्री काफी हद तक कम रहती है. श्रावण माह के अधिक मास के बाद श्राद्ध पक्ष आ जाने के दौरान नए वाहनों की खरीदारी काफी हद तक घट जाएगी. ऐसे में अगस्त और सितंबर माह में भी राजस्व लक्ष्य अर्जन में बढ़ोतरी के संकेत नहीं है. उम्मीद की जानी चाहिए कि 10 अक्टूबर के बाद एक बार फिर परिवहन विभाग लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अपने प्रयास तेज कर सकेगा.


Reporter- Kashiram Choudhary


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