Jaipur: प्रदेश के करीब 2 हजार वोकेशनल शिक्षक अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर उतर चुके हैं. वोकेशनल शिक्षकों द्वारा मंगलवार को शिक्षा संकुल में धरना देकर अपना विरोध जताया गया. उन्होंने 1 जुलाई से हटाए गए सभी वोकेशनल शिक्षकों को फिर से स्कूलों में लगाने सहित 7 मांगों को पूरा करने को लेकर मांग उठाई.
गौरतलब है की साल 2015 से प्रदेश की 905 स्कूलों में 1810 वोकेशनल शिक्षक कार्यरत थे, इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से पिछले दिनों 132 और स्कूलों में 264 नये वोकेशनल शिक्षक लगाने की घोषणा की गई, लेकिन नये वोकेशनल शिक्षकों को लगाने से पहले ही ठेकेदार फर्म द्वारा पहले से लगे हुए 1810 वोकेशनल शिक्षकों को 1 जुलाई 2022 से हटा दिया गया, अब नये वोकेशनल शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया जारी है.


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कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाती है. केंद्र सरकार की ओर से इन वोकेशनल शिक्षकों को 22  हजार रुपये का मानदेय होता है, लेकिन इन शिक्षकों को 20 हजार रुपये वेतन का ही भुगतान  होता है, तो वहीं राजस्थान में 11 ठेकेदार फर्म द्वारा वोकेशनल ट्रेनर की नियुक्ति की जाती है, इनमें से भी कई ठेकेदार कम्पनियां के द्वारा लगे वोकेशनल शिक्षकों को पिछले 5 से 12 महीनों तक का वेतन नहीं मिला है.


शिक्षा संकुल में धरना दे रहे वोकेशनल शिक्षक का कहना है कि प्रदेश की 905 स्कूलों में 1810 वोकेशनल शिक्षक 2015 से लगे हुए थे, लेकिन इन सभी की सेवाएं 30 जून को समाप्त करते हुए 1 जुलाई से इनको स्कूलों से हटा दिया गया है, इसलिए फिर से इन वोकेशनल शिक्षकों को वापस लगाने सहित ठेका प्रथा बंद करते हुए इन शिक्षकों को संविदा कैडर में मर्ज किया जाए. साथ ही नियमित वार्षिक वेतन वृद्धि, जॉब सुरक्षा, लॉक डाउन अवधि का भुगतान, सवैतनिक मातृत्व अवकाश, शिक्षकों का बकाया वेतन की मांग की जा रही है. मांग पूरी नहीं होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा.


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