Jaipur : पर्यटन विभाग की ओर से जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर विश्व सूफी संगीत समारोह जहां—ए—खुसरो का आयोजन किया जा रहा है. ,प्रदेश की कला और संस्कृति को बढावा देने के लिए दो दिवसीय समारोह आयोजित किया जा रहा. ,पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ बताया कि राजस्थान की अपनी सांस्कृतिक समृद्ध परम्परा रही है. इस समारोह में सूफी संगीत की मधुर ध्वनियां गूंजेगी. , साथ ही राजस्थान की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. , जहां-ए-खुसरो एकता के रंग का प्रतीक है.


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उन्होंने बताया कि जयपुर को एक कल्चरल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है. पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ.रश्मी शर्मा ने बताया कि इस तरह के आयोजनों और प्रस्तुतियों से राजस्थान की कला और कलाकारों को बढ़ावा मिलेगा. इस समारोह में राजस्थान की दंतकथा ''मूमल'' को एक स्टेज शो के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा. , प्रसिद्ध फिल्मनिर्माता और चित्रकार मुजफ्फर अली और डिजाइनर मीरा अली द्वारा डिजाइन किए गए जहां-ए-खुसरो समारोह में जावेद अली, नूरां सिस्टर्स, जसलीन कौर, नियाजी जैसे प्रसिद्ध कलाकार प्रस्तुति देंगे.


कार्यक्रम के पहले दिन ''हुमा'' शीर्षक बेले नृत्य का आयोजन किया जाएगा. , साथ ही पूजा गायतोंडे ''नारा-ए-मस्ताना'' नामक प्रस्तुति से सूफी प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करेगी. , वही इस कार्यक्रम के दूसरे दिन 20 नवंबर को मुजफ्फर अली द्वारा निर्देशित ''मूमल-रूह-ए-रेगिस्तान'' नामक बेले नृत्य शिवानी वर्मा और ग्रुप द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा. , समारोह का समापन नूरान सिस्टर्स द्वारा ''सदा-ए-सूफी'' प्रस्तुति से होगा. सूफी संगीत समारोह के दौरान अल्बर्ट हॉल से गुजरने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया,,,कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6:30 बजे होगा और रात 8:30 बजे तक कार्यक्रम होगा. ,कार्यक्रम में तीन हजार लोगों के बैठकने की व्यवस्था की गई. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से प्रवेश पास की व्यवस्था की गई है. ,वहीं सुरक्षा के लिए पुलिस का जाप्ता तैनात रहेगा.


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