Jodhpur News:जोधपुर के भालू लक्ष्मणगढ़ में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के कार्यक्रम में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस द्वारा देर रात घरों में दी गई दबिश व अभद्र व्यवहार के विरोध में जवाहर नगर   सरपंच के नेतृत्व में सैकड़ो की तादाद में महिलाओं एवं ग्रामीणों के द्वारा 54 मील जवाहर नगर में धरना प्रर्दशन किया. शेरगढ थाने व सेखाला तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग की हैं. 


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गौरतलब रहे कि 7 मार्च को केन्द्रिय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत की भालू लक्ष्मणगढ़ ग्राम पंचायत के राजस्व गांव भालू उदयनगर में केन्द्रिय मंत्री की सभा में नारेबाजी करने एवं विरोध प्रर्दशन करने के बाद पुलिस को दी शिकायत में पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी.



इसी दौरान पुलिस की एक टीम जवाहर नगर सरपंच चम्पा कवंर के घर पहुंची तो सरपंच के पुत्र हरीसिंह को पकड़ कर ले जाने लगी तो शेरगढ विधायक बाबूसिंह राठौड़ बीच में आये एवं उनकी पुलिस आला अधिकारी जयदेव सिहाग के साथ उनकी काफी बहस हुई. 



7 मार्च को पुलिस की इस कारवाई का विरोध करने के लिए शनिवार को जवाहर नगर सरपंच चम्पा कवंर,सेखाला मंडल अध्यक्ष रामसिंह ,बूथ अध्यक्ष सांगसिंह भाटी के नेतृत्व में 54 मील जवाहर नगर बस स्टैंड पर सैकड़ो महिलाओं की मौजूदगी में धरना प्रर्दशन किया . 


इस धरने में मंडल अध्यक्ष रामसिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की 7 मार्च को में मंडल अध्यक्ष होने के नाते मूझे सूचना मिली की शेखावत साहब हमारें मंडल क्षेत्र के भालू लक्ष्मणगढ़ ग्राम पंचायत आ रहे . हमनें भाजपा कार्यकर्ताओं को सूचना दी की मंत्रीजी आ रहे हम अपनी समस्या का ज्ञापन सौंपेंगे. 




इस पर कार्यकर्ता एकत्रित होकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो हमें अंदर नहीं आने दिया एवं बाहर ही रोक दिया तो हमनें नारेबाजी की . इसके बाद हम पर झूठे मुकदमें दर्ज करवाये एवं रात को पुलिस भेजकर कारवाई करवाई . वहीं बूथ अध्यक्ष भाटी ने बताया कि पुलिस ने 7 मार्च को रात 11 बजे जबरदस्ती घरो के दरवाजे बजाये एवं निर्दोष लोगो को पकड़ कर ले जाने लगी . 




वहीं सरपंच चम्पा कवंर ने बताया की मैं एक महिला सरपंच हूं. रात को पुलिस हमारी ढाणियों में आई एवं रात को लोग सो रहे थे. पुलिसकर्मियों ने आकर दरवाजे बजाये एवं जबरदस्ती पकड़ कर ले जाने लगे और उनके साथ महिला पुलिस भी नहीं थी.


 जिसका हमनें विरोध किया तो हमारे लोगों पर मुकदमें दर्ज करवा दिए, जो सरासर गलत है. वहीं धरना स्थल पर विरोध प्रर्दशन करते हुऐ सेखाला तहसील कार्यालय के राजस्व निरीक्षक गजेसिंह एवं शेरगढ पुलिस थाने के एएसआई राणीदान सिंह को ज्ञापन सौंपकर इस मामलें की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की .
उन्होने कहा कि यदि किसी ने पत्थरबाजी की तो पुलिस उसके सबूत लाये अन्यथा निर्दोष लोगो को परेशान नही करें.


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