Jaipur: पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में जयपुर शहर को दो जिलों में बांटने पर विरोध जताया. उन्होंने लिखा कि जनभावना के अनुसार एक ही जिला जयपुर को रखें. शहर के चहुमुखी विकास को ध्यान में रखें. 


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उन्होंने पत्र में लिखा कि पहले नगर निगम दो हिस्सों में बांटना भी अविवेकपूर्ण था.इससे शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई थी. सराफ ने कहा कि जयपुर को दो जिलों में बांटने का फैसला सही नहीं है. उन्होंने लिखा कि जयपुर के आराध्य गोविन्द देवजी  और प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर को भी बांट दिया गया. सराफ का आग्रह किया कि इस अविवेकपूर्ण फैसले को सरकार वापस ले अन्यथा जयपुर शहर की जनता आन्दोलन को मजबूर होगी.


बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में राजस्थान में नए जिलों की घोषणा की. लेकिन सोशल मीडिया से लेकर आम जनता में इस बात का भ्रम पैदा हो गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 जिलों के अलावा 3 नए संभाग भी बनाए है. शेखावाटी से सीकर को संभाग बनाया है. मारवाड़ से पाली को संभाग बनाया है. दक्षिण राजस्थान के आदिवासी बेल्ट से बांसवाड़ा को नया संभाग बनाया है.


बता दें कि जयपुर- जयपुर के कोटपुतली को अलवर के बहरोड़ इलाके के साथ मिलाकर नया जिला बनाया जाएगा. दूदू इलाके को अलग जिला बनाया जाएगा. इसके अलावा बचे हुए हिस्से को दो भागों में बांटा जाएगा. जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण. इस तरह से 19 विधानसभाओं वाला जयपुर कुल 4 जिलों में बंट जाएगा. नए जिलों की घोषणा से रघु शर्मा, मदन प्रजापत, संतोष बावरी, गोविंद सिंह डोटसरा, विश्वेंद्र सिंह समेत सभी नेताओं ने सीएम अशोक गहलोत का आभार जताया. राजस्थान में नए जिलों की घोषणा के बाद अब कुल 50 जिले और 10 संभाग हो गए है.


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