Rajasthan News : अमित शाह से मिले किरोड़ीलाल मीणा, राजस्थान के हालातों पर 1 घंटे तक चर्चा
Kirodilal Meena and Amit Shah : राजस्थान से राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं की बीच राजस्थान के सियासी हालातों और ईआरसीपी के मुद्दे पर चर्चा हुई.
Kirodilal Meena and Amit Shah : दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने करीब एक घंटे तक मुलाकात की. जिसमें ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट से लेकर राजस्थान के सियासी हालातों पर भी चर्चा हुई. किरोड़ीलाल मीणा ने दिल्ली में अमित शाह के आवास पर उनसे मुलाकात की. अमित शाह ने हाल ही में ओम माथुर से भी उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी. और अब किरोड़ीलाल मीणा से अमित शाह के मुलाकात के बाद राजस्थान के सियासी गलियारों में भी कई तरह की चर्चाएं शुरु हो गई है.
गुटबाजी से दूर रहते है किरोड़ीलाल मीणा
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच चल रही खींचतान के साथ साथ जहां बीजेपी में भी कई खेमे बने हुए है. वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया गुट के अलावा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में चल रहे है. लेकिन इसी बीच किरोड़ीलाल मीणा उन नेताओं में शामिल है जो किसी भी गुट में शामिल नहीं रहे है. वो राजस्थान में लगातार अशोक गहलोत सरकार को घेरने के लिए कई आंदोलन कर चुके है. रीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर किरोड़ीलाल मीणा खुद प्रधानमंत्री से भी मिलकर सारी जानकारी उनसे साझा कर चुके है.
अक्सर गुटबाजी से दूर रहने वाले किरोड़ीलाल मीणा के साथ अमित शाह की करीब एक घंटे तक लंबी चर्चा हुई. इसमें ERCP के साथ साथ राजस्थान के सियासी हालातों और भविष्य में बीजेपी की रणनीति को लेकर लंबी बातचीत हुई.
ईआरसीपी पर चर्चा के सियासी मायने
पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पानी पहुंचाने वाली इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी जंग चल रही है. बीजेपी की ओर से किरोड़ीलाल मीणा इस मुद्दे पर सबसे ज्यादा अशोक गहलोत सरकार को घेर रहे है. मीणा लगातार जनता के बीच जाकर लोगों को ये समझाने की कोशिश भी कर रहे है कि राज्य सरकार के गलत प्रस्ताव और मध्यप्रदेश के साथ समझौता नहीं होने की वजह से ये प्रोजेक्ट राष्ट्रीय परियोजना नहीं बन पा रहा है. विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस इसे बड़ा सियासी मुद्दा बनाना चाहती है. जिससे पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के समीकरण प्रभावित होंगे. ऐसे में अमित शाह के साथ किरोड़ीलाल मीणा की एक घंटे तक चली बैठक राजस्थान के सियासी समीकरणों को लेकर काफी अहम मानी जा रही है