Heerak Jayanti Celebration: राजनीतिक भेदभाव छोड़ समाज की जाजम पर जुटेंगे नेता
क्षत्रिय युवक संघ के हीरक जयंती समारोह (Heerak Jayanti Celebration) में कांग्रेस-भाजपा के साथ अन्य दलों के नेता भी शामिल होंगे. सभी दलों के नेता राजनीतिक भेदभाव भूलकर एक जाजम पर बैठेंगे.
Jaipur: क्षत्रिय युवक संघ के हीरक जयंती समारोह (Heerak Jayanti Celebration) में कांग्रेस-भाजपा के साथ अन्य दलों के नेता भी शामिल होंगे. सभी दलों के नेता राजनीतिक भेदभाव भूलकर एक जाजम पर बैठेंगे. बीजेपी के गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़ से लेकर कांग्रेस धर्मेंद्र राठौड, प्रताप सिंह खाचरियावास और अन्य नेता मौजूद रहेंगे.
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क्षत्रिय युवक संघ में अशोक गहलोत का जिक्र, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा, आर्थिक आधार पर आरक्षण के मसले पर कहा, सीएम गहलोत ने EBC आरक्षण के सरलीकरण के प्रयास किए. राठौड़ ने कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का ध्यान रखा. मंच पर धर्मेन्द्र राठौड़ ने की गजेंद्र सिंह शेखावत और राजेंद्र राठौड़ से मांग, EBC आरक्षण के मापदंडों में केंद्र सरकार से राहत दिलवाने के करें प्रयास.
क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह: मंच से महावीर सिंह सरवड़ी का संबोधन, कहा-समाजों में आपसी सद्भाव होना चाहिए. दूल्हों को घोड़ी से उतारने के मामले का किया जिक्र. सरवड़ी बोले-हमने दूसरे समाजों से बात कर उन्हें समझा. समाज के सभी बंधुओं से की अपील. वो भी ईश्वर की संतान और हम भी ईश्वर की संतान.
महावीर सिंह सरवड़ी ने कहा कि वो भी अपनी सीमा समझें और हम भी. किसी व्यक्ति के घर के आगे डीजे बजाना ही जरूरी नहीं. उनकी घोड़ी, उनका दूल्हा की बात भी बोले सरवड़ी.
क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी पहुंचे समारोह में. बीजेपी नेता घनश्याम तिवाड़ी भी पहुंचे.
कार्यक्रम के लिए देशभर से लोग आ रहे हैं. सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पहली बार जयपुर में इसका आयोजन हो रहा है, जिसका आने वाले चुनावों पर सीधा असर होगा. क्योंकि प्रदेश की राजनीति में भी राजपूतों का खासा दखल रहा है. प्रदेश में राजपूत समाज की कुल आबादी करीब 9% है, लेकिन 14% से अधिक सीटों पर सीधा प्रभाव है.
क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह. अन्य समाजों के प्रतिनिधि भी पहुंचे. समता आंदोलन के पाराशर नारायण शर्मा, कांग्रेस नेत्री ज्योति खंडेलवाल, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, बीजेपी के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, आरएसएस के शैलेन्द्र कुमार, विधायक मेवाराम जैन, पब्बाराम विश्नोई, मंत्री सुखराम विश्नोई, सांसद रामचरण बोहरा, कांग्रेस नेता रतन देवासी पहुंचे.
क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह: मुख्य मंच पर लगी तीन कुर्सियां, भगवान सिंह रोलसाबसार, महावीर सिंह सरवड़ी और लक्ष्मण सिंह बेन्याकाबास बैठेंगे मुख्य मंच पर.
क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह: भवानी निकेतन प्रांगण में थोड़ी देर में शुरू होगा समारोह, उससे पहले हो रहा यज्ञ, संघ प्रमुख लक्ष्मण सिंह बैन्याकाबास दे रहे आहुति, मंच पर लगाई कुल 201 कुर्सियां,
मुख्य मंच पर केवल 3 कुर्सियां, दाएं और बाएं मंच पर 99-99 कुर्सियां, प्रमुख नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी, सर्व समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों को बुलाया, गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़, धर्मेंद्र राठौड़, मानवेंद्र सिंह जसोल पहुंचे.क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह: भवानी निकेतन कॉलेज परिसर में आयोजन, राजस्थान सभी जिलों, विभिन्न राज्यों से आ रहे क्षत्रिय रास्ते में किया जा रहा समाज के संगठनों की ओर से स्वागत, अजमेर रोड जयपुर पर दूर दराज से आ रहे आगन्तुकों की सेवा गजराज सिंह सोलंकी और टीम की ओर से किया जा रहा स्वागत सत्कार.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह, भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ पहुंचे समारोह में.
एक जाजम पर इकट्ठा होंगे देशभर के क्षत्रप, राजस्थान सभी जिलों और विभिन्न राज्यों से क्षत्रिय जयपुर आएंगे. कर्नाटक में सामूहिक लाइव दिखाने की व्यवस्था की गई है. 12.15 बजे ध्वजारोहण के साथ समारोह शुरू होगा. सभी दलों के विधायकों, पूर्व विधायकों और जन्र प्रतिनिधियों को बुलाया गया है. करीब दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.
हीरक जयंती पर अजमेर के मसुदा से राजपूत समाज के लोग रवाना जयपुर हो गए हैं. प्रधान सुरेन्द मीनू कंवर राठौड़ के साथ ही सैकड़ों वाहन जयपुर के लिए निकले हैं. सुबह से वाहनों का जयपुर पहुंचना का सिलसिला जारी है.
राजस्थान ही नहीं, पूरे भारत में क्षत्रिय समाज के बीच सम्मान के साथ लिया जाना वाला नाम तनसिंह. बाड़मेर निवासी तनसिंह (Tansingh) जिन्होंने सिर्फ चार साल की उम्र में जागीर संभाली. 1949 में देश के आजाद होने के ठीक बाद बाड़मेर नगर पालिका के अध्यक्ष बने. 1952 में और 1957 में बाड़मेर से विधायक बने. 1962 और 1977 में बाड़मेर से सांसद बने लेकिन तनसिंह के लिए ये छोटा परिचय है. क्योंकि तनसिंह को आज जिस वजह से समाज याद करता है वो है क्षत्रिय युवक संघ. वो संगठन जिसके जरिए तनसिंह ने क्षत्रिय समाज को संस्कारित और संगठित करने का सपना देखा.
क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना का स्थापना दिवस 22 दिसंबर को मनाया जाता है. क्योंकि इसके वर्तमान स्वरूप की स्थापना 22 दिसंबर 1946 को हुई थी. बाड़मेर निवासी तनसिंह में भी छोटी उम्र से ही समाज को मजबूत करने, क्षत्रिय समाज को संस्कारवान करने जैसे विचारों की ज्वाला का शुरुआती स्वरुप चिंगारी के रुप में हमेशा उनके जहन में जलता रहता था. इसी बीच 1944 में पिलानी में कॉलेज पढ़ाई करते समय राजपूत छात्रावस में रहते हुए ही दिवाली के दिन क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना की
सीकर से आज हजारों की संख्या में राजपूत समाज के लोग जयपुर के लिए रवाना हुए. जयपुर के भवानी निकेतन में होने वाले हीरक जयंती समारोह में शामिल होने के लिए सीकर जिले के अलग-अलग स्थानों से बसों और निजी वाहनों से हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाएं जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं. हीरक जयंती समारोह को लेकर राजपूत समाज के लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. हीरक जयंती समारोह में राजपूत समाज के केसरिया गणवेश में नजर आएंगे.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर हैदरअली जैदी ने हीरक जयंती समारोह में आने वाले लोगों के वाहनों की पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर जानकारी दी. पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर आने वाले लोगों के वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़ा किया जाएगा. शहर में जाम की स्थिति से निपटने केलिए भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.
हीरक जयंती समारोह को लेकर क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर ने कहा कि महाभारत काल से समाज में गिरावट आई है. जिसे फिर से खड़ा करने में समय लगेगा.