Mahakumbh of folk art in Jaipur: कला की नगरी गुलाबी नगर में स्थित जवाहर कला केंद्र के 25वें लोकप्रिय ‘लोकरंग उत्सव‘ का आगाज आगामी 10 अक्टूबर को जवाहर कला केंद्र परिसर में होगा. 11 दिवसीय उत्सव में एक ही मंच पर विभिन्न प्रदेशों की रंग-बिरंगी संस्कृति की छटा बिखरेगी. इस सांस्कृतिक अनुष्ठान में देशभर के विभिन्न प्रांतों और राजस्थान के करीब 3 हजार से ज्यादा लोक कलाकार मिलकर अपनी आहूति देंगे. देशभर के विभिन्न प्रांतों और राजस्थान के कलाकार मिलकर उत्सव में अपने-अपने क्षेत्र की लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे. लोकरंग की रजत जयंती होने पर इस बार आयोजन और भी भव्य होने वाला है.


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‘लोकरंग उत्सव‘ का आगाज आगामी 10 अक्टूबर को
आजादी का अमृत महोत्सव, जवाहर कला केंद्र, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित होने वाले लोकरंग उत्सव की तैयारियां इन दिनों केंद्र परिसर में जारी है. उत्सव के दौरान ग्यारह दिनों तक रोजाना जवाहर कला केंद्र के मुक्ताकाशी मंच और शिल्पग्राम में लोक कला के संगम के बीच कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रदर्शित करेंगे. फेस्टिवल में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, तमिलनाडू, आसाम, गोवा, बिहार, पंजाब, जम्मू, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, झारखंड, केरल, छत्तीसगढ़, नागालैण्ड, आन्ध्र प्रदेश, ओडिसा, मणिपुर, महाराष्ट्र एवं राजस्थान की पारम्परिक लोक कलाओं का प्रदर्शन होगा.


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कालबेलिया और बम रसिया की प्रस्तुतियां
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शाम 6.30 बजे से 9 बजे तक होगा. वहीं जेकेके के शिल्पग्राम में शहनाई-नगाड़ा, तीन ढोल, कठपुतली, नट, अलगोजा नृत्य, बहुरूपिया, जादू कला, कालबेलिया और बम रसिया की प्रस्तुतियां भी देखने को मिलेगी. जवाहर कला केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. अनुराधा गोगिया ने बताया कि उत्सव के तहत जेकेके के शिल्पग्राम में राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन भी होगा. मेले में राजस्थान सहित अन्य प्रान्तों के पुरस्कृत शिल्पियों एवं राज्य स्तर पर पुरस्कृत शिल्पियों सहित डीसीएच के कार्ड धारक हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित कलात्मक हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजना किया जायेगा. मेले के दौरान अन्य प्रान्तों के व्यंजनों की स्टॉल भी लगाई जायेगी.


Reporter-Anup Sharma