Jaipur: सरपंच संघ राजस्थान की ओर से 36 सूत्री मांगों को लेकर पिछले एक साल से आंदोलन किया जा रहा है. पिछले एक साल में दो बार प्रदेशभर के करीब 20 हजार सरपंचों द्वारा आंदोलन किया गया, लेकिन हर बार आश्वासन और लिखित समझौते के बाद समाप्त हुए इस आंदोलन का अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया.जिसके चलते एक बार फिर से प्रदेश के सरपंच अपनी मांग को लेकर आंदोलन की राह पर हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रदेश के सरपंच अपनी मांग को लेकर आंदोलन की राह पर
25 अगस्त से जहां सरपंचों का आंदोलन जारी है तो वहीं पिछले तीन दिनों से मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के आवास पर सरपंच धरना दे रहे हैं लेकिन पिछले तीन दिनों से मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के आवास पर नहीं आने के बाद अब इन सरपंचों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.


सरपंचों ने आरोप लगाते हुए कहा कि 5 से 7 अगस्त तक सरपंचों ने आंदोलन किया था. उसके बाद सरकार की ओर से कुछ आदेश जारी किए तो कुछ पर सहमति बनी थी लेकिन करीब एक महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. वर्तमान सरपंचों के कार्यकाल का 27 महीने का समय हो चुका है और इनमें से करीब दो साल तो कोरोना में निकल गए तो वहीं बीते 1 साल से हम लोग आंदोलन की राह पर हैं लेकिन ये सरकार बिल्कुल भी सुनवाई नहीं कर रही है.


ये भी पढ़ें- गैर गांधी परिवार से बना अध्यक्ष तो टूट जाएगी पार्टी, कांग्रेस नेता कर रहे दावा


पिछले तीन दिनों से मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आवास पर धरने दे रहे हैं लेकिन विडंबना देखो की तीन दिनों से मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा अपने आवास पर ही नहीं आए हैं लेकिन इस बार हम लोग पूरी तैयारी के साथ आए हैं.अगर हमारी मांगों का समाधान नहीं होता है तो ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा."