Jaipur: चलो आज फूल चढ़ाते हैं, शहीदों की मजार पर, जिसने कर दी अपनी जान कुर्बान, वतन के नाम पर. चलो आज फूल चढ़ाते हैं, शहीदों की मजार पर...देश के लिए कुर्बान होने वाले, प्राण देने वाले शहीदों को हर साल सरकार और नागरिक अलग-अलग तरीके से उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हम ऐसे ही जीवंत शहीद स्मारक से आपको मिलवाते हैं, जिन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनी पीठ पर शहीदों के नाम गुदवा लिए. शहीद का नाम भी एक नहीं पूरे 62 शहीदों के नाम पीठ पर उकरवाकर उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है. ऐसे ही देशभक्त नागरिक होटल व्यवसाई से जुड़े अलवर के शाहजहांपुर निवासी मुकेश चौहान है. 


पीठ पर गुदवा दिए शहीदों के नाम
अलवर जिले के शाहजहांपुर निवासी मुकेश चौहान ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अनूठा तरीका अपनाया है, जहां लोग अपने शरीर पर अपना नाम, प्रेमिका का नाम गुदवाते हैं. वहीं, मुकेश चौहान ने पीठ पर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए 56 शहीद जवानों के नाम गुदवा लिए. बाद में 6 शहीदों के नाम पीठ पर गुदवा लिएय. 


पीठ पर शहीदों के नाम देखकर अब उन्हें चलता फिरता शहीद स्मारक भी लोग कहने लगे हैं. ये सभी शहीद राजपूताना राइफल्स के थे, जो भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान मैनामति पहाड़ी को आजाद कराने के दौरान शहीद हुए थे. बाद में यह पहाड़ी बंगाल को दे दी गई. इसमें मुकेश के चाचा राइफल मैन हनुमान सिंह चौहान भी शहीद हुए थे. मुकेश ने चलता फिरते शहीद स्मारक के तौर पर लिंबा बुक ऑफ रिकार्ड्स में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया है. 


मुकेश ने बताया कि जब चाचा हनुमान सिंह चौहान 1971 के युद्ध में शहीद हुए तो उनकी चाची को जगह-जगह सम्मान मिलता देख उन्होंने शहीदों के सम्मान करने के लिए कुछ अनूठा करने की सोची. इसके बाद उन्होंने चाचा की बटालियन में एक साथ शहीद हुए सभी 56 जवानों के नाम अपने शरीर पर गुदवाए. इतना हीं नहीं मुकेश चौहान ने अपने गांव के पास के 6 और शहीद हुए जवानों के नाम भी लिखवा लिए. 


जयपुर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें. 


अन्य खबरें 


Aaj Ka Rashifal: आज मंगलवार को तुला राशिवालों को शेयर मार्केट से होगा लाभ, मकर की हेल्थ रहेगी खराब


इस इंडियन क्रिकेटर की पत्नी ने पीएम मोदी से की अपील- कहा इंडिया का नाम चेंज कर दो