देवउठनी ग्यारस से शुरू हो रहा वैवाहिक सीजन, 60 हजार से अधिक शादियों का अनुमान
देवउठनी ग्यारस के अबूझ सावो के साथ शुभ कार्यों की शुरूआत हो रही है. लॉक डाउन में करीब सैंकड़ों शादियां नहीं हो पाई थी.
Jaipur: शादी का सीजन देवउठनी एकादशी से शुरू हो रहा है. पिछले लॉकडाउन में अटकी शादियों के फेरे भी इस 14 नवंबर से शुरू हो रहे वैवाहिक सीजन में हैं. प्रदेश सरकार के नियमों में राहतज देने के साथ ही शहनाइयां अब मेहमानों की मौजूदगी में बजने को तैयार है. इस सबसे बड़े और अबूझ सावे पर जयपुर में करीब 8500 और प्रदेशभर में साठ हजार से अधिक विवाह संपन्न होने का अनुमान है. इस अबूझ सावे के लिए जयपुर के सभी 95 प्रतिशत विवाह स्थल, शहर और उसके आसपास 98 फीसदी होटल और रिसॉर्ट, और अधिकतर कम्युनिटी हॉल बुक हैं. पर्यटन सीजन भी वैंडिंग ट्यरिज्म के सहारे नई छलांग लगाने को तैयार है.
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देवउठनी ग्यारस के अबूझ सावो के साथ शुभ कार्यों की शुरूआत हो रही है. लॉक डाउन में करीब सैंकड़ों शादियां नहीं हो पाई थी. यह सब शादियां भी नवंबर दिसंबर में आने वाले शुभ सावों में होंगी. पर्यटन सीजन के साथ आए वेंडिंग सीजन में कारोबारी गतिविधियों में इजाफा है. प्रदेश सरकार की ओर से मेहमानों के शामिल होने की संख्या से जुड़ी राहत मिलने पर पयर्टन और होटल इंडस्ट्री से जुड़े उद्यमी भी खुश है. टोंक रोड़ पर रामाज रिजॉर्ट के निदेशक मोहित टेलर का कहना है कि 2 साल में पहली बार ऐसा अवसर आया है जब औसत बुकिंग पचास प्रतिशत से उपर है. दिसंबर महिने मध्य तक अधिकतर सितारा और बजट होटल अस्सी फीसदी बुकिंग लिए हुए हैं. कोरोना केस कम होने के बाद इंडस्ट्री को राहत मिली है.
कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बाद 14 नवंबर को पहला सावा होगा. इंडस्ट्री विशेषज्ञों कहना है कि इस दिन देश में 60 हजार से अधिक शादियों का अनुमान है. वहीं, जयपुर में 8500 से अधिक विवाह समारोह आयोजित होगें. दीपावली सीजन के बाद वैवहिक सीजन कारोबारी गतिविधियों को बढ़ाएगा.
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लॉकडाउन से पहले राजस्थान में शादियों का कारोबार 2400 से 2500 करोड़ रुपए सालाना था. लगातार लॉकडाउन के कारण कारोबार 350 करोड़ रुपए तक सिमट गया था. अब इस सीजन में मेहमानों की संख्या में इजाफे और अन्य राहतों से 1500 करोड़ रुपए के पार जाने की उम्मीद कारोबारियों को है. हालांकि प्रदेश सरकार और स्वास्थय महकमे का कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बावजूद कहना है कि शादी विवाह का सीजन शुभ और मंगल रहने के साथ साथ अधिक सावधान रहने की उम्मीद लिए हुए हैं.