जयपुर: जोधपुर के शेरगढ़ में पिछले दिनों गैस ब्लॉस्ट हादसे के मामले में मौत का आंकडा बढता जा रहा है.मौत की खबरे आना बंद नहीं हो रही हैं. गुस्साए राज्य सरकार के सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा अवकाश के दिन इंडियन ऑयल के के हैड ऑफिस पहुंच गए. जहां आईओसीएल एलपीजी के चीफ जनरल मैनेजर कुलविंदर सिंह को नजरबंद कर दिया. 


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गुढ़ा ने गैस कंपनी IOCL के अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई. जयपुर स्थित IOCL मुख्यालय पर जाकर वहां अधिकारी के चैम्बर में गए और कहा कि तुम्हारी इंसानियत मर चुकी है, जिसे में आज जगाने आया हूं. आज मैं आपको अपनी कस्टडी में लेता है.आप चाहो तो किसी भी केन्द्रीय पुलिस या किसी डॉन को बुला लेना.


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ऐसी घटनाओं के लिए गैस कंपनियां जिम्मेदार


करीब 25 मिनट तक चले इस घटनाक्रम दौरान मंत्री गुढ़ा ने अधिकारियों को खूब सुनाई. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा हादसा हो गया और आपके यहां से एक अधिकारी मौके पर जाकर खड़ा तक नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए गैस सिलेण्डर वितरकों नहीं बल्कि कंपनियां जिम्मेदार है. जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने चाहिए. उन्होंने कहा कि वहां पूरा प्रशासन इस घटना में मारे गए लोगों की मदद में लगा है, लेकिन आपकी कंपनी से एक अधिकारी मौके पर जाकर खड़ा तक नहीं हुआ. क्या आप लोगों की संवदेनाए मर गई है. उधर आईओसीएल के अधिकारी कुलविंदर सिंह ने कहा की मैं इस बारे में बातचीत के अधिकृत नहीं हूं और अपना बचाव करते हुए नजर आए.


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अबतक 33 लोगों की जा चुकी है जान


 बता दें कि 8 दिन पहले जोधपुर के शेरगढ़ में शादी समारोह में गैस लीकेज होने से बड़ा हादसा हो गया था.इस हादसे में अब तक 33 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है..इसके अलावा 17 लोग अब भी घायल है, जिनका इलाज चल रहा है.गुढ़ा आज दोपहर करीब 2 बजे जब आईओसीएल मुख्यालय पहुंचे तो वे सीधे चीफ जनरल मैनेजर (एलपीजी) कुलविंदर सिंह के चैम्बर में पहुंचे. कुलविंद सिंह के पास ही पूरे राजस्थान में एलीपीजी डिस्ट्रीब्यूशन और मैनेजमेंट का जिम्मा है.


उन्होंने कहा कि आप रोबोट नहीं हो इंसान हो, लेकिन आप में इंसान के लक्षण नजर नहीं आ रहे..इस पर अधिकारी ने बचाव में कहा कि जन आक्रोश के कारण हम वहां जा नहीं पाए..गुढ़ा ने इस मामलो में केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा.उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी में मेरे जीवन में न देखी और न कभी सुनी. लोग बुरी तरह से जिंदा जल गए, कई घर तबाह हो गए, लेकिन सरकारों को जिस तरह से इस घटना को लेना चाहिए था वैसा नहीं लिया.


शेखावत पर गुढ़ा का तंज


केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आज यहां होना चाहिए था, वे पार्लियामेंट में जाकर बैठे हैं. लोकसभा क्षेत्र तो सांसद का परिवार होता है और यहां की जनता ने ही उन्हें जिताकर लोकसभा तक भेजा है और मंत्री बनाया है..वो जोधपुर की जनता के नाम से जाने जाते है अपने माता-पिता के नाम से नहीं जाने जाते. इसके बाद भी मृतकों के घर पर नहीं जाना ये शर्मशार करने वाली बात है..इन जिम्मेदारों को जेल में डालना चाहिए..मुझे किसी भी लेवल तक जाना पडे मैं जाउंगा.उनको मुआवजा मिलना चाहिए.