अक्षय ऊर्जा नीति और ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र के सहयोग से हुआ MOU, ऊर्जा निगम अध्यक्ष टी रविकांत रहे मौजूद
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और काउंसिल फॉर एनर्जी एनवायरमेंट एंड वॉटर अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु अक्षय ऊर्जा नीति एवं ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र के सहयोग हेतु एमओयू किया गया. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की तरफ से अध्यक्ष टी रविकांत की मौजूद में अक्षय ऊर्जा निगम के एमडी अनिल ढाका द्वारा हस्ताक्षर किए गए.
Jaipur: राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और काउंसिल फॉर एनर्जी एनवायरमेंट एंड वॉटर अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु अक्षय ऊर्जा नीति एवं ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र के सहयोग हेतु एमओयू किया गया. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की तरफ से अध्यक्ष टी रविकांत की मौजूद में अक्षय ऊर्जा निगम के एमडी अनिल ढाका द्वारा हस्ताक्षर किए गए. इस एमओयू के कार्यक्रम में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से तकनीकी निदेशक डीके शर्मा, जनरल मैनेजर सुनित माथुर, ओ एस डी नवीन शर्मा, तकनीकी प्रबंधक पवन कुमार तंवर और सुरेश जेवलिया, उप प्रबंधक विवेक शर्मा मौजूद रहे.
इस एमओयू से राज्य को CEEW से तकनीकी सहयोग मिलेगा तथा सरकार के आगामी वर्षों के ऊर्जा क्षेत्र के रोड मैप को तैयार करने में महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा. राज्य सरकार द्वारा अक्टूबर माह में इन्वेस्टर समिट का भी आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए ऊर्जा क्षेत्र का रोड मैप एवं ऊर्जा नीति जारी किए जाने के उद्देश्य के लिए CEEW द्वारा कार्य शुरू किया जाएगा.
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बता दें कि आज राजस्थान सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन कर उभरा है. रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में देश-विदेश की जानी-मानी कंपनियां और इन्वेस्टर्स प्रदेश में निवेश के लिए आ रहे हैं. जिस गति से राज्य में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम हो रहा है, वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में बड़ी भागीदारी निभाएगा. अक्षय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बीते तीन साल में कई नीतिगत पहल की है. राजस्थान को रिन्यूएबल एनर्जी का हब बनाने के लिए हमारी सरकार ने नई सौर ऊर्जा नीति-2019 तथा विंड एंड हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी जारी की थी.
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