Jaipur News : राजधानी जयपुर के एमआई रोड पर मुस्लिम समाज की तरफ से प्रदेश के मुस्लिम मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन अल्पसंख्यक बालक छात्रावास निर्माण और बाघ नवाब कल्लन मस्जिद जमीन मामले को लेकर किया गया. इस पूरे मामले को लेकर मुस्लिम विधायकों के लापता होने के पोस्टर भी चस्पा किए गए.


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प्रदर्शन के बाद यहां पर सामूहिक दुआ का आयोजन भी किया गया. इस दुआ में विधायकों और मंत्रियों को सद्बुद्धि के लिए दुआ मांगी गई. वही ईद के 4 दिन बाद एक बार फिर आंदोलन का ऐलान भी किया गया. राजस्थान मुस्लिम परिषद के प्रदेश अध्यक्ष यूनुस चोपदार ने बताया कि जो विधायक अपने समाज के बलबूते पर आज विधायक बने हैं उन लोगों को पिछले साढे 4 साल में किसी तरह से कोई भी अपने समाज की याद नहीं आई.


आज हर जगह पर अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है. वक्फ बोर्ड की जमीन को जेडीए नीलाम कर रहा है. अल्पसंख्यक मंत्री साले मोहम्मद को जैसलमेर से फुर्सत नहीं है. इसलिए आज यह दुआ का आयोजन किया गया है. इस दुआ के जरिए हम इन लोगों मैं इंकलाब लाना चाहते हैं.


राजस्थान में मुस्लिम सीटों का गणित


राजस्थान के 18 जिलों में करीब 40 ऐसी सीटें हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या चुनाव हार-जीत में अहम रोल निभाती है. जयपुर, अजमेर, जैसलमेर, बाड़मेर, कोटा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, अलवर, भरतपुर, नागौर जिलों में स्थित सीटों पर हर चुनाव में 16 के आस-पास मुस्लिम प्रत्याशी जीतते रहे हैं. वहीं, इन जिलों में शामिल करीब 24 सीटों पर मुस्लिम वोटरों का समर्थन और नाराजगी चुनाव परिणाम प्रभावित कर देते हैं.


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