Jaipur: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा 1897 राष्ट्रिय सम्मेलन जयपुर में आयोजित हुआ. महासभा की वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष करिश्मा हाड़ा ने बताया की जातिगत आरक्षण को समाप्त कर आर्थिक आधार पर आरक्षण करना, महाराणा प्रताप की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना, क्षत्रिय इतिहास को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करना, क्षत्रीय एकता , उत्थान, शिक्षा ,विभिन्न संगठनों में समन्वय बनाना, प्रकृति संरक्षण और संस्कृति, की रक्षा करना आदि मुद्दों पर अपने विचार रखे गए.


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कन्वेंशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री मानवेन्द्र सिंह, मुख्य अतिथि गवर्नर कलराज मिश्र, विशिष्ट अतिथि डॉ. कर्ण सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री, वसुंधरा राजे सिंधिया, गजेंद्र सिंह शेखावत केंद्रीय जल शक्ति मंत्री,अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रूपाबा जडेजा उपस्थित रहे. 


27 राज्यों से महासभा के पदाधिकारी उपस्थित रहे.


करिश्मा हाड़ा ने बताया कि युवराज हर्षवर्धन सिंह डूंगरपुर, महारावल वंशवर्धन सिंह बूंदी, युवराज प्रबल प्रताप सिंह जसपुर,वीरेंद्र सिंह सोलंकी सहित दिल्ली,उत्तराखंड, तमिलनाडु, यूपी, एमपी, कर्नाटक, बिहार,झारखंड,वेस्ट बंगाल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, सहित भारत के 27 राज्यों से महासभा के पदाधिकारी उपस्थित रहे. राजा मानवेंद्र सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी का स्वागत किया.


साथ ही वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष करिश्मा हाड़ा द्वारा पूर्व मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे को स्मृति चिन्ह भेंट कराया गया. उन्होंने डॉक्टर करण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग करी.


Reporter- Anup Sharma


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