जयपुर: राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ पुलिस की धक्कामुक्की और पुलवामा हमले के शहीद वीरांगनाओं से दुर्व्यवहार के मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम जयपुर पहुंची. आयोग की 3 सदस्यीय टीम सांसद किरोड़ी लाल मीणा सहित संबंधित पक्षों के बयान लेकर तथ्य जुटा रही है.


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सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शहीद स्मारक पर दिया धरना


गौरतलब है कि 28 फरवरी को सांसद किरोड़ी लाल मीणा पुलवामा शहीद वीरांगनाओं के साथ मुख्यमंत्री से मिलने विधानसभा के द्वार पर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री के नहीं मिलने पर शहीद वीरांगनाओं और सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने शहीद स्मारक पर धरना शुरू कर दिया था. 4 दिन बाद सांसद और वीरांगना उठकर सिविल लाइन स्थित सचिन पायलट के आवास के बाहर आकर पायलट से मिलने के बाद उन्होंने फुटपाथ पर धरना शुरू कर दिया.


 पुलिस ने किया सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ दुर्व्यवहार 


इस दौरान पुलिस ने कई बार वीरांगनाओं और सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ दुर्व्यवहार भी किया. बाद में 10 मार्च को तड़के 3 बजे पुलिस जबरन वीरांगनाओं को धरने से उठाकर उनके घर ले गई. दूसरी ओर सामोद थाने के बाहर पुलिस ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा से धक्का-मुक्की कर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. 
 
परिवादी तनिष्क शिवानंद ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी थी. इस शिकायत के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की 3 सदस्य टीम 26 जून को जयपुर पहुंची. आयोग की टीम ने सामोद थाने पहुंचकर मौका मुआयना किया. साथ ही वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के बयान लिए तथा प्रत्यक्षदर्शी कुछ लोगों के बयान लिए.  


उसके बाद आज सुबह आयोग की टीम ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा को बयान के लिए बुलाया. सर्किट हाउस के कमरा नंबर 211 में आयोग की टीम ने सांसद मीणा से घटनाक्रम के संबंध में बयान लिए. आयोग की टीम 30 जून तक जयपुर में रहकर इस संपूर्ण मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करेगी. 


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