लेट होने पर JVVNL के अधिकारी ने दिया नोटिस, कर्मचारी ने दिया ऐसा जवाब कि चीफ इंजीनियर रह गए सन्न
Kota JVVNL viral letter: राजस्थान के कोटा में JVVNL के एक कार्मिक ने चीफ इंजीनियर (Chief Engineer) को ऐसा जवाब दे दिया, जो खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि Chief Engineer औचक निरीक्षण पर गए थे, लेकिन कार्मिक ऑफिस में अनुपस्थित होने पर उन्होंने कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
Kota Vidyut Vitran Nigam Limited, JVVNL: राजस्थान के जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Jaipur Vidyut Vitran Nigam Limited) में कार्मिक से जुड़ा एक मामला इन दिनों सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यहां पर लेट आने की वजह से कार्मिक को नोटिस दे दिया गया, लेकिन कार्मिक भी पीछे कहां रहने वाला था, उसने अपने बॉस को को झन्नाटेदार जवाब दे डाला. अब ये नोटिस सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया है.
ये मामला कोटा (Kota) का है. बताया जा रहा है कि मुख्य अभियंता (Chief Engineer) जीएस बैरवा ने 14 जुलाई को औचक निरीक्षण किया. इस दौरान सुबह लगभग 9 बजकर 45 मिनट पर IA कार्यालय में नियुक्त सीए द्वितीय अजीत सिंह अनुपस्थित थे, और ना हि उन्होंने हाजिरी रजिस्टर में साइन किए थे. जिसके बाद मुख्य अभियंता ने अजीत सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया . बताया जाता है कि 17 जुलाई को अजीत सिंह ने Chief Engineer को कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया.
नोटिस को जवाब में लिखा, इस समय नहीं आता
नोटिस का जवाब देते हुए कार्मिक अजीत सिंह ने लिखा है कि आप खुद ही कभी वक्त पर नहीं आते हैं. इसलिए मैं भी वक्त पर नहीं आता हूं. चौंकाने वाली बात तो ये है कि और यह उत्तर भी उन्होंने अपने अधिकारी को पेश कर दिया.जिसके बाद यह वापस मुख्य अभियंता के पास पहुंचा. अब इस मामले में Chief Engineer ने JVNL के मैनेजिंग डायरेक्टर को खत लिखा है, जिसमें कार्मिक के विरुद्ध अनुशासनहीनता पर ऐक्शन की अनुशंसा की गई है. इस माममले में मुख्य अभियंता बैरवा ने कहा है कि कार्मक का लेटर JVNL के मैनेजिंग डायरेक्टर को भेजा है. जिस पर कार्रवाई का फैसला भी MD ही लेंगे.
मैनेजिंग डायरेक्टर करेंगे कार्रवाई
Chief Engineer जीएस बैरवा का कहना है कि उनके अंदर्गत लगभग 12 विभाग संचालित हैं. 14 जुलाई को औचक निरीक्षण में लगभग 50 कार्मिक अपसेंट पाए गए. कार्मिक अजीत सिंह को भी कार्यालय वक्त पर ना आने पर नोटिस दिया था. लेकिन नोटिस का जवाब उचित ना होकर उसमें अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया. यह जवाब उन्हें प्राप्त हुआ, जिसे कार्रवाई के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर को भेज दिया गया है.
ये भी पढ़ें...
इस थाने में बाबा काल भैरव हैं थानेदार, बगल की कुर्सी पर बैठते हैं अधिकारी