Jaipur: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) में चल रहे 11-दिवसीय 24वें 'लोकरंग-2021' के आठवें दिन दर्शकों ने लोक नृत्य और संगीत का भरपूर आनंद उठाया. जेकेके (JKK) के मध्यवर्ती में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया. इस दौरान हरियाणा का फाग और बीन नृत्य और झारखंड का मानभूम छउ (प्रह्लाद कथा) दर्शकों को काफी पसंद आया है.


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राजस्थान के कलाकारों ने नागौर का मशक वादन और बांसवाड़ा का डांगडी नृत्य प्रस्तुत किया. इसके अलावा असम के ढाल थूंगरी, जम्मू-कश्मीर का रउफ, गुजरात का रास और होली नृत्य डांग, असम का भोरथल नृत्य, पंजाब के जिंदवा नृत्य की प्रस्तुति हुई. इसी प्रकार से जेकेके के शिल्पग्राम में भी लोक प्रस्तुतियां का आयोजन किया जा रहा है जिसमें राजस्थानी कलाकारों ने कालबेलिया नृत्य, सफेद परिधान पहने कलाकारों ने बाड़मेर का प्रसिद्ध गैर नृत्य और अलवर का खारी नृत्य प्रस्तुत किया.


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साथ ही भपंग वादन और मांड गायन की प्रस्तुति भी हुई और इसके साथ देश के अन्य राज्यों की लोक कलाओं (folk arts) का भी प्रदर्शन हुआ जिसमें हिमाचल प्रदेश का सिरमोर नाटी, उत्तराखंड का पणिहारी, पंजाब का नचार, झारखंड का उरावं नृत्य और शिकारी नृत्य भी शामिल था. लोक प्रस्तुतियों के साथ ही शिल्पग्राम में राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला भी चल रहा है और इस मेले में देशभर के पुरस्कृत शिल्पियों द्वारा निर्मित कलात्मक हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है और ब्रिकी हो रही है.