Jaipur: दिल्ली रोड के फाइव स्टार होटल में चल रहा कांग्रेस का चिंतन शिविर आज खत्म हो गया. तीन दिवसीय इस चिंतन शिविर के आखिरी दिन आज ओपन सत्र का आयोजन हुआ. 


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इस ओपन सत्र में विधायकों ने सीएम गहलोत प्रभारी, अजय माकन और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के समक्ष अपने मुद्दे उठाए. चिंतन शिविर को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि विधायकों की विकास में क्या भागीदारी हो इसपर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार मुख्यमंत्री हूं और मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे. सत्र में बजट सत्र और आगामी चुनाव को लेकर भी खुलकर बात हुई. सत्र में जहां विधायकों ने एक- दूसरे को जानने का प्रयास किया साथ ही एकजुटता का संदेश दिया. 


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मुख्यमंत्री ने कहा कि शुभ संकेत है कि 3 साल बाद भी सरकार विरोधी लहर नहीं है. उन्होंने भाजपा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के पास कहने को कुछ नही है. जनता सब समझ रही है. जनता इनको जानती है कि ये विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाए, इसीलिए ये नॉन इश्यू को इश्यू बनाते हैं.


मंत्रियों और अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर उठे सवाल
ओपन सत्र में विधायकों ने अपने- अपने क्षेत्र से जुड़े मुद्दे उठाए. साथ ही सरकार के कामकाज को लेकर भी अपने सुझाव दिए. विधायकों ने आगामी बजट को लेकर अपनी मांगें रखी. इस दौरान सड़क, पानी, बिजली जैसे मुद्दे भी विधायकों द्वारा उठाए गए. विधायकों ने इन मुद्दों पर जनता को राहत देने की मांग उठाई. कुछ विधायकों ने मंत्रियों और अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भी सवाल उठाए. 


विधायकों को फील्ड में ज्यादा सक्रिय होने के निर्देश 
चिंतन शिविर में खासतौर से विधायकों को एकजुटता और सरकार के कामकाज जनता तक पहुंचाने का संदेश दिया गया है. मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी पार्टी ने विधायकों को फील्ड में ज्यादा सक्रिय होने के निर्देश दिए हैं ताकि प्रदेश में पार्टी सत्ता में वापसी कर सकें.