जयपुर: राहुल गांधी के महाराष्ट्र में सावरकर को लेकर दिए गए बयान के बाद एक बार फिर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.इंदिरा गांधी की जयंती पर पुष्पांजलि करने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अगर सावरकर वीर होते तो अंग्रेजों से माफी नहीं मांगते. डोटासरा ने कहा कि बात इतिहास के पन्नों में जो बात दर्ज है कि सावरकर ने माफी मांगी और अंग्रेजों को कहा कि मैं आपके काम आऊंगा आप मुझे पेंशन दें जेल से रिहा करें और एक बार नहीं कई बार उन्होंने माफी मांगी.


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डोटासरा ने कहा कि सावरकर का देश की आजादी में क्या रोल था, यह इसी बात से साबित होता है कि उन्होंने अंग्रेजों की मुखबिरी करने के लिए अंग्रेजों के साथ समझौता किया और पेंशन भी ली और मुखबिरी भी की. उन्होंने कहा कि भाजपा सावरकर को लेकर ऐसी बातें इसलिए करती हैं क्योंकि भाजपा के नेताओं का आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं है.


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भाजपा वोट के लिए करती है राजनीति- डोटासरा


भाजपा नेता सावरकर जैसे नेताओं को रोल मॉडल पेश करना चाहते हैं ,जो हिंदू मुस्लिम और दो वर्गों में बांटने की बात करते थे. डोटासरा ने कहा कि भाजपा ऐसी बातें इसलिए भी करती है ताकि उन्हें हिंदुओं का वोट मिलता रहे, लेकिन हकीकत इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि उन्होंने किस प्रकार से माफीनामा किया और वह किस तरीके से सूचनाएं देते थे.


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सावरकर के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं राहुल गांधी


बता दें कि महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने वीर सावरकर के खिलाफ पत्र जारी कर नया विवाद खड़ा कर दिया. राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी हमलावार हो गई. वहीं, महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ सरकार बनाने वाली शिवसेना भी उनके इस बयान पर नाराजगी व्यक्त की है. बता दें कि राहुल गांधी ने कहा कि सावरकर अंग्रेजों से पेंशन लेते थे. दरअसल, ये कोई पहला मामला नहीं है जब राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर हमला बोला है. इससे पहले भी वो कई बार सावरकर के खिलाफ बयान दे चुके हैं.