Jaipur : राजस्थान में सरकार ने वैक्सीनेशन (Vaccination) में तेजी लाने की सोच के साथ हर घर दस्तक अभियान के अलावा सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 (CM helpline number 181) पर भी सुविधा दी है. जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर जाकर वैक्सीन लगा देती है. लेकिन लोग सीएम हेल्पलाइन नंबर का उपयोग गलत तरीके से करने लगे हैं. जिसके चलते चिकित्सा विभाग की टीमों को परेशानी हो रही है. वहीं वैक्सीन की बर्बादी का भी डर सता रहा है.


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गहलोत सरकार (Gehlot Government) ने निर्देश देते हुए कहा था कि,  सीएम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके वैक्सीन लगवाई जाती है, लेकिन इसमें कुछ नियम और शर्तें भी शामिल की गई थी. जिसके तहत 10 या इससे अधिक लोग होने पर ही सीएम हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से वैक्सीन लगवाई जा सकती है. लेकिन लोग इस सुविधा का गलत उपयोग कर रहे हैं. जयपुर सीएमएचओ (CMHO) प्रथम डॉक्टर नरोत्तम शर्मा का कहना है कि, हमारे पास हर दिन बड़ी संख्या में सीएम हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से वैक्सीन लगवाने की शिकायत आती है. हर दिन सभी शिकायतों का निस्तारण भी किया जा रहा है. डॉ. शर्मा का कहना है कि लोग इस हेल्पलाइन नंबर गलत उपयोग कर रहे हैं. क्योंकि नियमानुसार 10 या इससे अधिक व्यक्ति होने पर ही मेडिकल टीम घर या किसी कम्युनिटी में लोगों को वैक्सीन लगा सकती है. लेकिन कई बार शिकायत के बाद जब टीम मौके पर पहुंचती है, तो सिर्फ दो या तीन लोग ही वैक्सीन लगवाने के लिए मौजूद होते हैं. ऐसे में कई बार लोगों को समझाया भी जाता है लेकिन काफी मामलों में मेडिकल टीम को मौके पर 10 से कम लोग मौजूद मिलते हैं.


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आपको बता दें कि, वैक्सीन की एक बॉयल खोलने के बाद उसमे 10 लोगों को वैक्सीन लगाने जितनी डोज मौजूद होती है. लेकिन अगर बॉयल खोलने के बाद मौके पर कम लोग मौजूद होते हैं. तो वैक्सीन की अन्य डोज बर्बाद हो जाती है. क्योंकि एक बार बॉयल खुलने पर इसे 3 से 4 घंटे के अंदर उपयोग में लाना जरूरी होता है. ऐसे में चिकित्सा विभाग में लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, 10 या इससे अधिक लोगों की संख्या होने पर ही सीएम हेल्पलाइन नंबर पर वैक्सीन को लेकर शिकायत दर्ज कराएं. जिससे विभाग के संसाधन भी बेकार ना और वैक्सीन भी सुरक्षित रहे.