उच्च ग्रह वालों की ये गल्तियां नहीं देती हैं शुभ फल, जानें कैसे खत्म करें प्रभाव

Jaipur: ज्योतिष में रूचि रखने वाले लोगों के मन में उच्च और नीच राशियों में स्थित ग्रहों को लेकर एक प्रबल धारणा बनी हुई है. इसके अनुसार जब जन्मकुंडली में कोई ग्रह उच्च का होता है तो शुभ फल देता है. अगर कोई ग्रह नीच का होता है तो जातक के जीवन में उथल-पुथल मचाकर रख देता है लेकिन अक्सर कई बार उच्च ग्रह भी शुभ फल नहीं दे पाता है.

जी राजस्थान वेब टीम Fri, 16 Sep 2022-2:57 pm,
1/7

सूर्य भी दे सकता नीच फल

उच्च ग्रह का व्यक्ति कभी-कभी अपने व्यवहार या दृष्टि से ग्रह के उच्च प्रभाव को खत्म कर देता है. यह उच्च हो और लोगों या गुरु का अपमान करता है तो सूर्य नीच का फल देने लगता है. 

2/7

चंद्र के दुष्परिणाम

उच्च चंद्र वाला व्यक्ति माता या दादी का निरादर करें तो उच्च का चंद्र शुभ परिणाम नहीं देता.

3/7

विश्वासघात न करें

मंगल: उच्च मंगल वाला व्यक्ति मित्र, भाई से विश्वासघात करें तो उच्च मंगल का कोई लाभ नहीं मिलता.

4/7

बुध वाले न करें अपमान

बुध उच्च का हो और किसी देवी का निरादर करें तो नीच के बुध जैसा प्रभाव दिखाने लगता है. 

5/7

बृहस्पति देव का न करें निरादर

गुरु: उच्च बृहस्पति का जातक देवता का निरादर करें तो बृहस्पति का शुभ प्रभाव नष्ट होता है. 

6/7

स्त्रियों का अपमान न करें

शुक्र: उच्च के शुक्र वाला जातक गाय को सताए या स्त्रियों का अपमान करें तो उच का लाभ नहीं होता.

7/7

मांस, शराब का सेवन न करें

शनि: उच्च शनि का जातक मांस, शराब का सेवन करें तो नीच शनि जैसा प्रभाव दिखता है.

ZEENEWS TRENDING STORIES

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link