आमजन के लिए खुलेंगे राजभवन के द्वार, 3 जनवरी को राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी संविधान पार्क का उद्घाटन
नए साल में आमजन के लिए राजभवन के द्वार खुलेंगे. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू 3 जनवरी को जयपुर के राजभवन में तैयार संविधान पार्क उद्घाटन करेंगी.
जयपुर: नए साल में आमजन के लिए राजभवन के द्वार खुलेंगे. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू 3 जनवरी को जयपुर के राजभवन में तैयार संविधान पार्क उद्घाटन करेंगी. स्मार्ट सिटी के बजट से तैयार हुए संविधान पार्क पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है.
आदिवासी प्रतिनिधियों से करेगी मुलाकात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजभवन में बनाए गए संविधान पार्क का उद्घाटन करने 3 जनवरी को जयपुर आ रही है.यह दूसरा मौका होगा जब राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का राजस्थान दौरे पर होगी. जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति सुबह करीब 10.20 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेगी, जहां राजभवन कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि देगी.फिर राजभवन के लिए प्रस्थान करेगी,राष्ट्रपति 11.20 पर संविधान पार्क का उद्घाटन करेगी.उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति का संबोधन होगा.इस दौरान राज्यपाल कलराम मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी संबोधन होगा.राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु आदिवासी प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगी.
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माउंट आबू, पाली भी जाएंगी राष्ट्रपति
इसके बाद 2 बजे जयपुर से माउंट आबू ब्रह्माकुमारी संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत करेगी.माउंट आबू में ब्रह्माकुमारी संस्थान के कार्यक्रम के बाद में पाली के लिए रवाना होगी,वहां राष्ट्रपति स्काउट गाइड के जंबरी समारोह का उद्घाटन करेगी.अगले दिन राष्ट्रपति मानगढ से हैलिकॉप्टर से दिल्ली के लिए रवाना होगी.
ऐसे देख सकेंगे संविधान पार्क को
50 के स्लॉट में लोगों को संविधान पार्क दिखाया जाएगा.सप्ताह में 2 दिन की एंट्री मिलेगी.इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा.26 जनवरी इस पार्क का काम शुरू हुआ था.पहले 8.16 करोड़ का बजट था,फिर बढ़कर 9.5 करोड़ रुपए हो गया था.
संविधान पार्क में ये है खास
-संविधान के गठन में योगदान देने वाली विभूतियों की प्रतिमाएं, उनके योगदान, संविधान की संरचना और उसके वास्तविक मूल्यों को शिलालेखों पर उकेरा गया.
-संविधान की जानकारी का विभिन्न खंडों में विभाजन, प्रतिमाओं और शिलालेखों को वॉक-वे के पास स्थापित कर श्रव्य-दृश्य माध्यम से आकर्षक बनाया गया.
-महात्मा गांधी की 10 गुणा 12 फीट की चरखा चलाते गन मेटल की मूर्ति लगाई गई है.
-महाराणा प्रताप की उनके प्रिय घोड़े चेतक के साथ सफेद मार्बल की प्रतिमा स्थापित की गई है.