Sawan 2023: सावन का महीने की शुरूआत कल से शुरू हो रही हैं हैं.सावन माह में शिवालयों में बम-बम भोले और ओम नम: शिवाय की जयकारे गूंजायमान रहेंगे...भगवान शिव की भक्ति के लिए इस बार दो श्रावण मास आ रहे हैं..शिव आराधना का पवित्र माह श्रावण मंगलवार को त्रिपुष्कर योग के साथ शुरू होगा. इस बार दो श्रावण होने से भक्तों को 59 दिन शिवजी की विशेष आराधना करने को मिलेंगे.इस साल श्रावण अधिक मास का है.4 जुलाई से 31 अगस्त तक श्रावण महीना रहेगा.इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहेगा.वहीं इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे.


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19 साल बाद आया श्रावण का संयो
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस बार दो माह के श्रावण का संयोग 19 साल बाद आया है.इससे पहले दो श्रावण 2004 में आए थे, जो 18 जुलाई से 16 अगस्त 2004 तक रहे थे.अब अगला श्रावण अधिकमास 2042 में आएगा.जो 18 जुलाई 2042 से 15 अगस्त 2042 तक रहेगा। इस बार दो महीने तक भोले की भक्ति विशेष फलदायी रहेगी..सावन महा में शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, वहीं शिवजी के जलाभिषेक के लिए होड़ सी मचेगी.


.शिवालयों में रोजाना विशेष झांकियां सजाई जाएगी.इस बीच शहर के झाड़खंड महादेव मंदिर, ताड़केश्वर महादेव मंदिर सहित प्रमुख शिवालयों में इस बार भक्तों की भीड़ रहेगी.झाड़खंड महादेव मंदिर में रोजाना विशेष झांकी के दर्शन होंगे.वहीं ताड़केश्वर महादेव मंदिर में भक्त अलसुबह से देर शाम तक शिवजी के जलाभिषेक कर सकेंगे.दो महीने तक शिव भक्ति की बयार बहती रहेगी। इस दौरान शिव जी का अभिषेक, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, गंगा जल से अभिषेक किया जाएगा.साथ ही भक्त गंगा से कावंड भरकर भी लाएंगे और शिवजी को गंगा जल अर्पित करेंगे.


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